नई दिल्ली : एक शोध में यह बात सामने आई है कि एनर्जी ड्रिंक्स पीने वालों में हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है, खास कर 'कार्डियक एरिथमिया' का खतरा जो एक अनियमित हार्ट बीट(दिल की धड़कन) कंडीशन है. अमेरिका के मेयो क्लिनिक के शोधकर्ताओं ने कहा कि इन पेय पदार्थों में कैफीन की मात्रा अधिक होने तथा अतिरिक्त अनियमित तत्वों के कारण हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर और कार्डियक कांट्रैक्टिलिटी (हृदय संकुचनशीलता) में परिवर्तन हो सकता है.
उन्होंने बताया कि एनर्जी ड्रिंक्स में प्रति सर्विंग 80 मिलीग्राम से लेकर 300 मिलीग्राम तक कैफीन होता है, जबकि 8 औंस ब्रूड कॉफी में 100 मिलीग्राम कैफीन होता है. हालांकि, इनमें से अधिकांश एनर्जी ड्रिंक्स में कैफीन के अलावा अन्य उत्तेजक तत्व भी होते हैं, जो अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा विनियमित नहीं हैं, जैसे टॉरिन और ग्वाराना.
जर्नल हार्ट रिदम में प्रकाशित अध्ययन में मेयो क्लिनिक में अचानक हृदयाघात से बचे 144 लोगों के समूह की जांच की गई, जिनमें से सात रोगियों (5 प्रतिशत) ने हृदयाघात के समय एक या अधिक ऊर्जा पेय का सेवन किया था. क्लिनिक में जेनेटिक कार्डियोलॉजिस्ट माइकल जे. एकरमैन ने कहा, " पेय पदार्थों का असामान्य सेवन संभवतः अन्य तत्व के साथ मिलकर जोखिम कारकों का 'सही तूफान' पैदा करता है, जिससे इन रोगियों में अचानक हृदयाघात होता है."