कच्चे केले सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. कच्चे केले में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है जो डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत लाभकारी होता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पेक्टिन और रेजिस्टेंस स्टार्च की मौजूदगी के कारण कच्चे केले डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. इसके साथ ही कच्चे केले में मौजूद फाइबर आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और पेट से गंदगी को बाहर निकालता है. कच्चे केले में मौजूद फाइबर इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, जो शरीर में फैट को जमा नहीं होने देता. वहीं कच्चे केले में मौजूद फाइबर कब्ज को रोकने में मदद करता है.
बता दें, कच्चे केले या हरे केले की खेती दक्षिण भारत में बड़े पैमाने पर की जाती है और वास्तव में इसका इस्तेमाल ज्यादातर भारतीय व्यंजनों में किया जाता है. केरल में कच्चे केले लगभग एक अनिवार्य सामग्री की तरह हैं. इनका इस्तेमाल स्टिर फ्राई और केले के चिप्स के रूप में किया जाता है. फल के लगभग सभी हिस्सों का इस्तेमाल अलग-अलग रूपों और विविधताओं में किया जा सकता है. कच्चे केले में कई तरह के विटामिन और मिनरल होते हैं जो स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी होते हैं.
कच्चे केले के कई स्वास्थ्य लाभ
विटामिन से भरपूर
कच्चे केले या हरे केले में ज्यादातर जरूरी विटामिन और मिनरल्स होते हैं. कच्चे केले विशेष रूप से विटामिन सी और विटामिन बी6 से भरपूर मात्रा में होते हैं. विटामिन सी हेल्दी स्किन और बालों के लिए एक जरूरी मिनरल्स है. इसके साथ ही विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं. वहीं, दूसरी ओर विटामिन बी6 भोजन को एनर्जी में बदलने के लिए जिम्मेदार है. यह दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है और मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बनाता है.
डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद
एनसीबीआई में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, कच्चे केले में शुगर की मात्रा बहुत कम होती है और इसलिए कच्चे केले डायबिटीज मरीजों के लिए बहुत बढ़िया होते हैं. इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) 55 से कम होता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक होता है. कम GI वाले खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर लेवल में तेजी से वृद्धि को रोकते हैं. डायबिटीज मरीजों अपने दैनिक आहार में कच्चे केले को शामिल कर सकते हैं.
"पोषण विशेषज्ञ श्रीलता का मानना है कि कच्चे केले डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद होते हैं. वह कहती हैं कि कच्चे केले का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है क्योंकि उनमें प्रतिरोधी स्टार्च होते हैं जो आसानी से पचते नहीं हैं. इसलिए वे मधुमेह रोगियों के लिए बेहतर होते हैं. हालांकि, कच्चे केले कमजोर पाचन वाले लोगों में सूजन और अपच का कारण बन सकते हैं" इसका मतलब है कि जिन लोगों का पाचन तंत्र धीमा या कमजोर है, उन्हें कच्चे केले खाने से बचना चाहिए या उन्हें सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए.
कच्चे केले में भरपूर मात्रा में होता है फाइबर
कच्चे केले या हरे केले में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है. फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ पाचन प्रक्रिया को आसान बनाने में मदद करते हैं. फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ कब्ज को दूर रखने में सहायक होते हैं. इसके अलावा, फाइबर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने में सहायक होता है. नियमित रूप से कच्चे केले का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है. यह दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है और स्ट्रोक की घटनाओं को कम करता है.