हैदराबाद:डिंपल कपाड़िया ने 1973 में बॉबी फिल्म से बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री की थी. उनके शानदार और मासूम लुक ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और उनकी स्टाइलिंग, खासकर उनके पोल्का-डॉटेड ब्लाउज ने फैंस के बीच फैशन के प्रति दीवानगी जगा दी. डिंपल कपाड़िया ने बताया कि कैसे फिल्म के निर्देशक, दिग्गज राज कपूर ने उनके लुक को बहुत बारीकी से तैयार किया और उनके सभी आउटफिट विदेश से आयात किए गए.
राज कपूर की 100वीं जयंती के अवसर पर ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में डिंपल कपाड़िया ने कहा, 'मैं उस समय किसी ऐसे डायरेक्टर को नहीं जानती थी, जो अपनी फिल्म की लीडिंग लेडी के लुक को लेकर इतना ध्यान रखता हो. उसके बाल कैसे होंगे, उसके कपड़े कैसे होंगे, राज कपूर को सिर्फ एक शब्द में समझा जा सकता है और वो है अलग अंदाज. मेरे लुक से जुड़ी हर चीज उन्होंने खुद डिजाइन की थी. यह अविश्वसनीय था. एक आदमी होने के नाते उन्होंने ये किया. उनकी दूरदर्शिता बहुत अच्छी थी और ये सब सिनेमा के प्रति उनके जुनून को दर्शाता है. बॉबी एक आइकॉनिक फिल्म है. यह एक युवा प्रेम कहानी है और अपने समय से बहुत आगे की है. मैं इंडस्ट्री में अपने लॉन्च के लिए इससे ज्यादा कुछ नहीं मांग सकती थी'.
डिंपल कपाड़िया ने आगे कहा, 'सिर्फ बॉबी ही नहीं, उनकी सभी फिल्में जबरदस्त रही हैं. सच में, राज साहब में रिश्तों को समझने की अद्भुत क्षमता थी. आपसी रिश्तों को और वह इसे खूबसूरती से पेश करते थे. उनका ड्रामा सेंस दूसरे लेवल का था और बारीकियों को समझने की उनकी नजर बिल्कुल अलग थी'.
डिंपल पाड़िया जब इस लीजेंड के साथ काम कर रही थीं, तब वह किशोरी थीं, लेकिन उन्हें कभी यह महसूस नहीं होने दिया गया कि वह उस छोटी सी उम्र में सिनेमा में आई है और इसे बनाने में क्या-क्या होता है, को नहीं समझ सकतीं.
डिंपल ने आगे कहा, 'मैं नई थी, सिर्फ 13 साल की और फिर भी वह मुझे बैठाकर हारमोनियम पर गाने प्ले करते थे, ताकि मैं उस गाने की बारीकियों, उसके महत्व और उस भावना को समझ सकूं जो किसी खास परिस्थिति में होती है. उन्हें यह सब करने की जरूरत नहीं थी, लेकिन वह अपने एक्टर्स पर बहुत समय लगाने में विश्वास करते थे. अपने एक्टर्स के लिए उनका प्यार और जुनून जबरदस्त था, वह आपको इतने ऊंचे स्थान पर रखते थे कि आपको वहीं रहना पड़ता था, आप नीचे नहीं आ सकते थे. वह बहुत प्रोत्साहित करते थे'.
निर्देशक के साथ काम करना आसान मानने वाली डिंपल कपाड़िया कहती हैं, 'क्योंकि वह सब कुछ एक्टिंग के लिए करते थे और अगर आप उनके दिखाए गए 60 प्रतिशत को आत्मसात कर सकें और फिर से बना सकें, तो यह काफी होता था. ना सिर्फ सीन के लिए बल्कि वह सेट पर भी एक बेहतरीन तरीके से बोलते थे, जिस तरह से किरदारों को बोलना चाहिए था. बॉबी के बाद मैंने कई फिल्मों में कई अच्छे डायरेक्टर के साथ काम किया लेकिन मुझे उनके जैसा डायरेक्टर कभी नहीं मिला'.
राहुल रवैल, जिन्होंने राज कपूर को मेरा नाम जोकर में असिस्ट करना शुरू किया था, ने कंफर्म किया कि राज कपूर एक पैसिनेट म्यूजिशियन थे. रवैल ने कहा, 'राज साहब को भगवान से एक अजीब सा तोहफा मिला था. वह जब भी किसी वाद्य यंत्र देखते थे, उसे बजाना शुरू कर देते थे. जब 'हम कल आज और कल' के बैकग्राउंड म्यूजिक पर काम कर रहे थे, तब इलेक्ट्रिकल कीबोर्ड नया-नया आया था. वे रिकॉर्डिंग के लिए आए. उन्हें इस नए वाद्य यंत्र के बारे में जानने की उत्सुकता थी और एक मिनट के अंदर ही उन्होंने इसे बजाना शुरू कर दिया'.
राज कपूर के बेटे ऋषि कपूर ने भी बॉबी में मुख्य किरदार के रूप में अपनी शुरुआत की. इस पर डिंपल ने कहा कि उनके साथ भी समान व्यवहार किया गया. वह कहती हैं, 'बिल्कुल वैसा ही व्यवहार किया गया, सच में, उन्होंने अपने बेटे की तुलना में मुझ पर अधिक समय बिताया होगा. ऋषि पहले से ही एक बेहतरीन एक्टर थे, हालांकि इसकी जरुरत नहीं थी और उन्होंने मुझ पर बहुत काम किया. उस समय, जिस उम्र में मैं थी, कोई यह नहीं समझ सकता था कि यह काम है, यह मेरे लिए पिकनिक की तरह था'.