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कंबन की रामायण का पहला पूर्ण अंग्रेजी अनुवाद सात खंडों में होगा प्रकाशित - English Version of Kamban Ramayana - ENGLISH VERSION OF KAMBAN RAMAYANA

पुस्तक पाठकों के लिए एक बड़ी सौगात आने वाली है, क्योंकि पेंगुइन इंडिया ने 12वीं सदी के कवि कंबन की तमिल रामायण का अनुवाद पूरा कर लिया है. यह पुस्तक छह तमिल विद्वानों और अनुवादकों के नेतृत्व में विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा सात खंडों में प्रकाशित की जाएगी.

Kamban's Ramayana
कंबन की रामायण (फोटो - ETV Bharat)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 30, 2024, 7:02 PM IST

हैदराबाद: पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया (PRHI) ने सोमवार को 12वीं सदी के कवि कंबन द्वारा लिखित महाकाव्य रामायण के तमिल संस्करण कंबा रामायणम के पहले व्यापक बहु-खंड अंग्रेजी अनुवाद के विमोचन की घोषणा की. छह तमिल विद्वानों और अनुवादकों के नेतृत्व में इस महान प्रयास के 2028 और 2030 के बीच पूरा होने की उम्मीद है.

कंबन की रामायण, जिसे अक्सर तमिल साहित्य में सबसे बेहतरीन महाकाव्य माना जाता है, अपनी भाषा के अनूठे उपयोग, अपने पात्रों की मनोवैज्ञानिक जटिलता और शक्ति, सत्य और देवत्व के मुद्दों के साथ अपने गहन जुड़ाव के लिए प्रसिद्ध है.

कम्बन की रामायण की छह पुस्तकें, जिनमें 42,000 पंक्तियां हैं, उसको सात खंडों में विभाजित किया जाएगा, जिसमें एक परिचय खंड भी शामिल है. इसका शीर्षक खंड 1: बाला, खंड 2: अयोध्या, खंड 3: अरण्य, खंड 4: किष्किन्धा, खंड 5: सुंदर, खंड 6 और 7: युद्ध भाग 1 और 2 है.

एमोरी विश्वविद्यालय के शिव सुब्रमण्यम, हिब्रू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डेविड शुलमैन, शिकागो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर व्हिटनी कॉक्स, स्वतंत्र विद्वान जेनिफर क्लेयर, यूसी डेविस की प्रोफेसर अर्चना वेंकटेशन और प्रिंसटन विश्वविद्यालय के अनिरुद्धन वासुदेवन प्रतिष्ठित विद्वानों और अनुवादकों की टीम बनाते हैं, जो इस परियोजना के लिए एक साथ आए हैं.

शिक्षाविद वेंकटेशन और शुलमन ने दावा किया, जो वॉल्यूम संपादक और परिचयात्मक वॉल्यूम लेखक भी हैं, '12वीं सदी के कवि कंबन ने 10,000 छंदों में तमिल रामायण की रचना की, जिनमें से प्रत्येक एक चमत्कार है. उनका काम एक पूरी सभ्यता, उसके परिदृश्य, उसके लोगों, उसके प्राथमिक मूल्यों, गहन भावनाओं और दुनिया के दर्शन को शामिल करता है और उन्हें आवाज़ देता है.'

दावा किया गया है कि 'हमें खुशी है कि पेंगुइन छह अनुवादक-विद्वानों की एक करीबी टीम अलग-अलग खंडों में पूरे पाठ का अंग्रेजी अनुवाद प्रकाशित करेगी. यह कंबन का पश्चिमी भाषा में पहला पूर्ण, पूरी तरह से एनोटेट, साहित्यिक अनुवाद होगा.'

कंबन की रामायण का प्रभाव तमिलनाडु से कहीं आगे तक फैला हुआ है, इसने केरल, भारतीय प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों और यहां तक​कि दक्षिण-पूर्व एशिया की साहित्यिक परंपराओं को भी प्रभावित किया है. प्रकाशक के अनुसार, इसकी व्यापक लोकप्रियता के बावजूद, पाठ का विश्वसनीय और पूर्ण अंग्रेजी अनुवाद लंबे समय से लंबित था, मुख्यतः इसके विशाल आकार के कारण. इस अनुवाद का उद्देश्य कंबन की अद्भुत कविता की संवेदनशीलता, जुनून और सुंदरता को सामान्य और पेशेवर पाठकों दोनों के लिए प्रस्तुत करना है.

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