रांची: विद्यार्थियों में शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर जगी उम्मीद अब क्षीण होने लगी है. दरअसल, इस साल चंपाई सरकार ने 16 मार्च को कैबिनेट की बैठक में जेटेट को लेकर संशोधित नियमावली पर मुहर लगाई थी. इसके बाद आठ साल के बाद राज्य में शिक्षक पात्रता परीक्षा होने की उम्मीद जगी थी, लेकिन इस फैसले के तीन महीने बाद भी अब तक जैक को इस संबंध में कोई पत्र शिक्षा विभाग द्वारा नहीं भेजा गया है. ऐसे में जुलाई-अगस्त में परीक्षा आयोजित होने की संभावना नहीं के बराबर है.
संशोधित नियमावली में आपत्ति पाए जाने के कारण फंसा है पेच
इधर, शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जेटेट संशोधित नियमावली में कुछ आपत्तियां पाई गई हैं. जिसमें सुधार करने के बाद जैक को पत्र भेजा जाएगा. इसके बाद ही परीक्षा आयोजित की जाएगी.
शिक्षा विभाग से नहीं मिला है जेटेट के संबंध में पत्रः जैक अध्यक्ष
इस संबंध में जैक अध्यक्ष अनिल कुमार महतो ने कहा कि अब तक हमें सरकार से जेटेट को लेकर कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है. ऐसे में शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर कुछ भी नहीं कहा जा सकता. जब तक हमें विभाग से पत्र नहीं मिलेगा, तब तक टेट परीक्षा तिथि और विज्ञापन को लेकर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है.
24 सालों में सिर्फ 2 बार हुई है शिक्षक पात्रता परीक्षा
झारखंड गठन के बाद से अब तक मात्र दो बार शिक्षक पात्रता परीक्षा राज्य में आयोजित की हुई है. साल 2011 में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद पहली बार 2013 में शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की गई थी. उसके बाद 2016 में शिक्षक पात्रता परीक्षा ली गई. प्रावधान के अनुसार राज्यों को प्रत्येक वर्ष शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित करनी है, लेकिन नियमावली में लगातार हो रहे बदलाव और सरकार की इच्छाशक्ति की कमी जेटेट परीक्षा में रोड़ा बन रही है.