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अधर में झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा! कैबिनेट के फैसले के बावजूद अब तक जैक को नहीं मिली एग्जाम लेने की अनुमति - Jharkhand Teacher Eligibility Test

Hitch in JTET exam. झारखंड में इस साल भी जेटेट परीक्षा होने की उम्मीद न के बराबर है. इस कारण विद्यार्थियों में निराशा है. हालांकि पूर्व में जुलाई-अगस्त में परीक्षा होने की संभावना थी. परीक्षा के आयोजन में तकनीकी पेच फंसा है.

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jun 15, 2024, 7:48 PM IST

Jharkhand Teacher Eligibility Test
जैक कार्यालय रांची और अपनी बाते रखते छात्र. (फोटो-ईटीवी भारत)

रांची: विद्यार्थियों में शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर जगी उम्मीद अब क्षीण होने लगी है. दरअसल, इस साल चंपाई सरकार ने 16 मार्च को कैबिनेट की बैठक में जेटेट को लेकर संशोधित नियमावली पर मुहर लगाई थी. इसके बाद आठ साल के बाद राज्य में शिक्षक पात्रता परीक्षा होने की उम्मीद जगी थी, लेकिन इस फैसले के तीन महीने बाद भी अब तक जैक को इस संबंध में कोई पत्र शिक्षा विभाग द्वारा नहीं भेजा गया है. ऐसे में जुलाई-अगस्त में परीक्षा आयोजित होने की संभावना नहीं के बराबर है.

जेटेट परीक्षा कराने की मांग करते छात्र. (वीडियो-ईटीवी भारत)

संशोधित नियमावली में आपत्ति पाए जाने के कारण फंसा है पेच

इधर, शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जेटेट संशोधित नियमावली में कुछ आपत्तियां पाई गई हैं. जिसमें सुधार करने के बाद जैक को पत्र भेजा जाएगा. इसके बाद ही परीक्षा आयोजित की जाएगी.

शिक्षा विभाग से नहीं मिला है जेटेट के संबंध में पत्रः जैक अध्यक्ष

इस संबंध में जैक अध्यक्ष अनिल कुमार महतो ने कहा कि अब तक हमें सरकार से जेटेट को लेकर कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है. ऐसे में शिक्षक पात्रता परीक्षा को लेकर कुछ भी नहीं कहा जा सकता. जब तक हमें विभाग से पत्र नहीं मिलेगा, तब तक टेट परीक्षा तिथि और विज्ञापन को लेकर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है.

24 सालों में सिर्फ 2 बार हुई है शिक्षक पात्रता परीक्षा

झारखंड गठन के बाद से अब तक मात्र दो बार शिक्षक पात्रता परीक्षा राज्य में आयोजित की हुई है. साल 2011 में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद पहली बार 2013 में शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की गई थी. उसके बाद 2016 में शिक्षक पात्रता परीक्षा ली गई. प्रावधान के अनुसार राज्यों को प्रत्येक वर्ष शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित करनी है, लेकिन नियमावली में लगातार हो रहे बदलाव और सरकार की इच्छाशक्ति की कमी जेटेट परीक्षा में रोड़ा बन रही है.

आठ वर्षों में पांच बार जेटेट परीक्षा की नियमावली में हुए बदलाव

अचरज करने वाली बात यह है कि आठ वर्षों में सरकार द्वारा शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए अब तक पांच बार नियमावली में बदलाव किए गए हैं. इसके बावजूद परीक्षा कब होगी यह कहना बेहद ही कठिन है. इधर बार-बार नियमावली में बदलाव होने की वजह से एक तरफ टेट परीक्षा लंबित है तो वहीं दूसरी ओर हर वर्ष बीएड पास करनेवाले विद्यार्थियों का सरकारी शिक्षक बनने का सपना साकार नहीं हो पा रहा है.

विद्यार्थियों को चंपाई सरकार से आस

छात्र तनवीर आलम कहते हैं कि चंपाई सरकार से विद्यार्थियों को काफी उम्मीदें हैं. सरकार जेटेट आयोजित करने में जो भी पेच फंस रहा है उसे शीघ्र दूर करें. छात्र दिलशाद अली कहते हैं कि 2013-14 में बीएड करने के बाद पहली बार 2016 में उन्हें टेट में बैठने का मौका मिला. उसके बाद से राज्य में परीक्षा ही नहीं हुई है. जिससे विद्यार्थी बेहद परेशान हैं. क्योंकि बीएड के बाद टेट पास करनेवाले विद्यार्थी ही शिक्षक भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल हो सकते हैं.

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