हैदराबाद:एक स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी इमरजेंसी के समय काम आती है. यह फाइनेंशियल प्रॉब्लम में पड़ने से बचने में मदद करता है. लेकिन कभी-कभी हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम खारिज हो जाते हैं. अगर जरूरी डॉक्यूमेंट जमा नहीं किए गए हैं या बहुत देर से जमा किए गए हैं तो क्लेम रिजेक्ट कर दिए जाते हैं. लेकिन कुछ मामलों में सभी डिटेल सही ढंग से दिए जाने पर भी क्लेम के निपटान में काफी देरी होती है. केंद्र सरकार ऐसी समस्याओं पर लगाम लगाने के लिए तैयार है. सरकार अगले दो-तीन महीनों में नेशनल हेल्थ क्लेम एक्सचेंज (एनएचसीएक्स) लॉन्च कर सकती है.
यह पोर्टल बीमा कंपनियों, अस्पतालों और पॉलिसी धारकों के बीच एक साझा कॉमन प्लेटफार्म जाएगा. यह बीमा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होने जा रहा है. वर्तमान में, अस्पतालों को अलग-अलग प्राइवेट इंश्योरेंस प्रोवाइडर के द्वारा उपयोग किए जाने वाले अलग-अलग पोर्टल पर क्लेम करना पड़ता है. नेशनल हेल्थ क्लेम एक्सचेंज नामक नया पोर्टल, संभवतः देश भर के 200 से अधिक प्रमुख अस्पतालों द्वारा उपयोग किया जाएगा.
बिना और किसी देरी के!
सरकार यह नया पोर्टल नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत ला रही है. इससे हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम प्रोसेस आसान हो जाएगा. ऐसा माना जा रहा है कि अगले दो से तीन महीने में इस पोर्टल की सेवाएं पूरे देश में उपलब्ध हो जाएंगी. इसके लिए सरकार पहले ही 50 बीमा कंपनियों और 250 अस्पतालों को जोड़ चुकी है. आगे इसे धीरे-धीरे और अधिक अस्पतालों और बीमा प्रदाताओं को उपलब्ध कराने का है.