नई दिल्ली:शायद यह आपको जानकार हैरानी होगी कि अगर आप शाकहारी हैं तो आपको खाने के लिए ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे. वहीं, अगर आप मांसाहारी है तो सस्ते में काम निपट जाएगा. दरअसरल, अभी देश में वेजिटेरियन थाली मंहगी और नॉन-वेज थाली सस्ती है. क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स रिसर्च के अनुमान के मुताबिक, घर में पकाई जाने वाली सब्जी थाली की कीमत पिछले अप्रैल की तुलना में अप्रैल में 8 फीसदी बढ़ गई, जबकि नॉन-वेज थाली की कीमत में 4 फीसदी की गिरावट आई है.
पिछले वित्त वर्ष के आधार पर, प्याज, टमाटर और आलू की कीमतों में क्रमश- 41 फीसदी, 40 फीसदी और 38 फीसदी की बढ़ोतरी के कारण शाकाहारी थाली की लागत में वृद्धि हुई है. रबी के रकबे में उल्लेखनीय गिरावट और पश्चिम बंगाल में आलू की फसल को नुकसान होने के कारण प्याज की कम आवक के कारण कीमत में वृद्धि हुई है.
कम आवक के बीच, चावल (शाकाहारी थाली लागत का 13 फीसदी) और दालों (9 फीसदी) की कीमतों में साल-दर-साल क्रमश- 14 फीसदी और 20 फीसदी की वृद्धि हुई है. भारतीय घरों में चावल प्रमुख भोजन है. जीरा, मिर्च और वनस्पति तेल की कीमतों में क्रमश- 40 फीसदी, 31 फीसदी और 10 फीसदी की गिरावट आई, जिससे थाली की लागत में और वृद्धि नहीं हुई.
नॉन-वेज थाली की कीमत में कमी पिछले वित्त वर्ष के उच्च आधार पर ब्रॉयलर की कीमतों में सालाना आधार पर 12 फीसदी की गिरावट के कारण हुई. हालांकि, महीने-दर-महीने वेज थाली की कीमत स्थिर रही और नॉन-वेज थाली 3 फीसदी बढ़ी.