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विदेशी मीडिया ने किया खुलासा, जानें कब आयेगा रिलायंस जियो का IPO

मुकेश अंबानी 2025 में अपने दूरसंचार व्यवसाय जियो और रिलायंस रिटेल के लिए आईपीओ लाने की योजना बना रहे हैं.

RELIANCE JIO DEBUT ON STOCK MARKET
मुकेश अंबानी की फाइल फोटो. (IANS)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 5, 2024, 1:40 PM IST

Updated : Nov 5, 2024, 2:02 PM IST

मुंबई: मुकेश अंबानी की स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस जियो अगले साल अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ ला सकती है. अमेरिकी समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने कंपनी के सूत्रों के हवाले से यह सूचना प्रकाशित की है. प्रकाशित खबर के मुताबिक कंपनी का मूल्याकंन इस समय 100 बिलियन डॉलर से अधिक है. हालांकि अभी कंपनी से आईपीओ लाने की तारीख तय नहीं की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय अरबपति मुकेश अंबानी 2025 तक अपनी दूरसंचार कंपनी जियो को शेयर बाजार में सूचीबद्ध करने की योजना बना रहे हैं.

बता दें कि इससे पहले 2019 में कंपनी की ओर से कहा गया था कि रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल दोनों ही पांच वर्षों के भीतर सूचीबद्ध होने की ओर अग्रसर होंगे. बता दें कि रिलायंस इस समय 479 मिलियन ग्राहकों के साथ भारत की अग्रणी दूरसंचार प्रदाता कंपनी है. कंपनी को भारत में एलन मस्क की स्टारलिंक सेवा से संभावित प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है. Google और मेटा द्वारा समर्थित जियो ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विकास के लिए Nvidia के साथ साझेदारी की है.

जेफरीज ने जुलाई में जियो के IPO मूल्य का अनुमान 112 बिलियन डॉलर लगाया है. रिलायंस का लक्ष्य भारत में हुंडई इंडिया के $3.3 बिलियन के IPO रिकॉर्ड को पार करना है, हालांकि IPO की समयसीमा में बदलाव हो सकता है. भारतीय बाजार ने मजबूत प्रदर्शन किया है, जिसमें 270 कंपनियों ने अक्टूबर तक IPO के माध्यम से 12.58 बिलियन डॉलर जुटाए हैं, जो पिछले वर्ष के 7.42 डॉलर बिलियन के कुल को पार कर गया है. मामले से परिचित दो सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि रिलायंस अपनी खुदरा और जियो इकाइयों के IPO को एक साथ बड़े सार्वजनिक निर्गमों से बचने के लिए अलग-अलग करने की योजना बना रही है.

एक सूत्र ने संकेत दिया कि खुदरा प्रभाग के भीतर 'परिचालन संबंधी मुद्दे' हैं जिन्हें रिलायंस IPO को आगे बढ़ाने से पहले हल करना चाहता है. यह इकाई भारत में 3,000 किराना सुपरमार्केट का सबसे बड़ा नेटवर्क संचालित करती है. खुदरा व्यापार ऑनलाइन बिक्री सहित विभिन्न प्रारूपों में तेजी से विस्तारित हुआ है. हालांकि, कुछ भौतिक स्टोरों को समय के साथ नुकसान का सामना करना पड़ा है, जिसके परिणामस्वरूप खुदरा स्थान के प्रति वर्ग फुट में कम राजस्व प्राप्त हुआ है. खुदरा प्रभाग में फैशन, किराना और इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर शामिल हैं, और इसने Amazon के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए ई-कॉमर्स में विस्तार किया है.

बर्नस्टीन के विश्लेषकों ने पिछले साल इस व्यवसाय का मूल्य 112 बिलियन डॉलर आंका था. कंपनी हैमलेज की मालिक है और भारत में जिमी चू, मार्क्स एंड स्पेंसर और प्रेट ए मैंगर जैसे प्रीमियम ब्रांडों के साथ साझेदारी बनाए रखती है. विदेशी निवेशकों के पास 17.84 बिलियन डॉलर का निवेश करने के बाद जियो प्लेटफॉर्म्स का 33% हिस्सा है, जो दूरसंचार और डिजिटल संचालन का प्रबंधन करता है. इसी तरह, रिलायंस रिटेल ने अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को लगभग 12% हिस्सेदारी बेची है, जिससे इसी अवधि के दौरान 7.44 बिलियन डॉलर जुटाए गए हैं.

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Last Updated : Nov 5, 2024, 2:02 PM IST

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