वाशिंगटन: डेल्टा एयर लाइन्स पर सामूहिक मुकदमा चल रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि पिछले महीने वैश्विक तकनीकी खराबी के बाद एयरलाइन ने रिफंड देने से इनकार कर दिया. एयरलाइनों में, डेल्टा को इस खराबी से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, क्योंकि इस घटना के कारण प्रमुख सिस्टम ठप हो गए थे, जिसके कारण उसे हजारों उड़ानें रद्द करनी पड़ीं. बताया जाता है कि एयरलाइनों में, डेल्टा को आउटेज से अब तक सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जिसे पांच दिनों में लगभग 7,000 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, क्योंकि इस घटना के कारण प्रमुख प्रणालियां ठप हो गई थीं.
यह मुकदमा मंगलवार को यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ जॉर्जिया अटलांटा डिवीजन में डेल्टा के उन ग्राहकों की ओर से दायर किया गया, जो इस खराबी से प्रभावित हुए थे. इसमें, ग्राहकों ने आरोप लगाया है कि डेल्टा ने उनकी रद्द या विलंबित उड़ानों के लिए तुरंत रिफंड के उनके अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया या अनदेखा कर दिया.
शिकायत में यह भी दावा किया गया है कि डेल्टा ने सभी प्रभावित यात्रियों को भोजन, होटल और ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन वाउचर नहीं दिए और उन अप्रत्याशित खर्चों की प्रतिपूर्ति के अनुरोधों को अस्वीकार या अनदेखा करना जारी रखा. मुकदमे में कहा गया है कि इन अनुचित, गैरकानूनी और अविवेकपूर्ण व्यवहारों के परिणामस्वरूप डेल्टा ने अपने ग्राहकों की कीमत पर खुद को अनुचित रूप से समृद्ध किया.
शिकायत में कहा गया है कि वादी डेल्टा के उन सभी ग्राहकों के लिए रिफंड की मांग कर रहे हैं जिनकी उड़ानें आउटेज के कारण रद्द हो गई थीं या काफी प्रभावित हुई थीं. अटलांटा स्थित डेल्टा ने टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया. अमेरिकी परिवहन विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि डेल्टा अन्य एयरलाइनों की तुलना में इतनी जल्दी ठीक क्यों नहीं हो पाई.