त्योहार के सीजन में महंगा हुआ LPG कमर्शियल सिलेंडर, यहां जानें नए रेट - commercial LPG cylinder price
commercial LPG cylinder price hike Check new rates here: त्योहार के सीजन में कमर्शियल गैस सिलेंडरों के दाम बढ़ा दिए गए हैं. इसका असर लोगों की जेब पर पड़ने वाला है.
एलपीजी कमर्शियल सिलेंडर के दाम बढ़े (प्रतीकात्मक फोटो) (IANS)
नई दिल्ली: कमर्शियल गैस सिलेंडरों की कीमतों में लगातार दूसरे महीने बढ़ोतरी की गई है. यह बढ़ोतरी आज से ही लागू है. वैसे हर महीने के पहले दिन ही तेल कंपनियों की ओर से कीमतों में कमी या बढ़ोतरी की जाती है. राहत की बात है कि 14 किलो वाले घरेलू गैस सिलेंडरों की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है.
तेल विपणन कंपनियों ने 19 किलोग्राम के कमर्शियल गैस सिलेंडरों की कीमत में रविवार से 39 रुपये तक की बढ़ोतरी की है. बढ़ोतरी के बाद से दिल्ली में 19 किलोग्राम के कमर्शियल गैस सिलेंडरों की खुदरा बिक्री कीमत 1,691.50 रुपये हो गई है.
मुंबई में इसकी कीमत 1605 रुपये से बढ़कर 1644 रुपये हो गई. इसी तरह कोलकाता में इसकी कीमत 1764.50 रुपये से बढ़ाकर 1802.50 कर दी गई. वहीं, चेन्नई में इसके दाम बढ़कर 1855 हो गए. बढ़ोतरी से पहले यहां इसकी कीमत 1817 रुपये थी. इंडियन ऑयल कंपनी की वेबसाइट पर जारी की गई कीमतों के अनुसार यब बढ़ोतरी आज से लागू हो गई है.
पिछले महीने कीमतों में 8.50 रुपये की वृद्धि की गई थी. इससे पहले एक जुलाई को व्यवसायों और वाणिज्यिक उद्यमों को राहत देने के लिए, तेल विपणन कंपनियों ने कमर्शियल गैस सिलेंडरों की कीमतों में कमी की घोषणा की थी. 19 किलोग्राम वाले वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 30 रुपये की कटौती की गई. परिणामस्वरूप, दिल्ली में 19 किलोग्राम वाले वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की नई खुदरा बिक्री कीमत 1646 रुपये हो गई थी. एक जून को दिल्ली में 19 किलोग्राम वाले वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमत 69.50 रुपये कम कर दी गई, जिससे खुदरा बिक्री मूल्य 1676 रुपये हो गया था. उससे पहले एक मई 2024 को प्रति सिलेंडर 19 रुपये की कटौती की गई थी.
अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतें, टैक्स पॉलिसी, डिमांड-सप्लाई जैसे विभिन्न कारक गैस सिलेंडरों की कीमतों के निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. हालांकि, हाल के मूल्य परिवर्तनों के पीछे के सटीक कारणों का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि तेल विपणन कंपनियां व्यापक आर्थिक स्थितियों और बाजारों के प्रति उत्तरदायी हैं.