नौकरी के लालच में बेटा बना हैवान, रिटायरमेंट से पहले बाप को उतारा मौत के घाट
murder of father for job : सरकारी नौकरी और सुरक्षित भविष्य की चाहत में एक बेटे ने अपने ही पिता को मौत के घाट उतार दिया. पढ़ें पूरी खबर आखिर बेटे ने ऐसा कदम क्यों उठाया.
कोलकता :पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिले से एक बेटे की हैवानियत की खबर सामने आई है. जिसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे कि क्या कोई सगा बेटा अपने ही पिता के साथ ऐसा कर सकता है? दरअसल, अंडाल थाना क्षेत्र के श्यामसुंदरपुर का रहने वाला अब्दुल हकीम ने सरकारी स्वामित्व वाली ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड में नौकरी पाने की चाहत में अपने ही पिता को मौत के घाट उतार दिया. इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी बेटे अब्दुल हकीम को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें, अब्दुल हकीम के पिता एतियादी मिया सरकारी स्वामित्व वाली ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के कर्मचारी थे. वे अपनी नौकरी से तीन महीने में रिटायर होने वाले थे, इस बीच, बेटे अब्दुल हकीम ने अपने पिता को उनके रिटायरमेंट से पहले मौत के घाट उतार दिया. अब्दुल हकीम को पता था कि अगर उसके पिता की मौत रिटायरमेंट से पहले हो जाएगी तो उनकी नौकरी उसे मिल जाएगी. इसी लालच में उसने यह हैवानियत भरा कदम उठाया.
मृतक एतियादी मिया की उम्र 60 साल थी, वे अंडाल के श्यामसुंदरपुर का रहने वाले थे. कुछ दिनों पहले की बात है जब एतियादी मिया काम से घर लौटा और खरीदारी करने के लिए बाजार गया, जिसके बाद दो दिन बीत गए वे वापस नहीं लौटा. दो दिनों तक लापता रहने के बाद 23 जनवरी को उसका क्षत-विक्षत शव श्यामसुंदरपुर के जंगल से बरामद किया गया. ईसीएल कर्मी का शव बरामद करने के बाद अंडाल थाने की उकरा चौकी की पुलिस ने जांच शुरू की.
पुलिस की जांच में एतियादी मिया के बेटे अब्दुल हकीम को लेकर बड़ा खुलासा हुआ. पुलिस ने इस घटना में एतियादी मिया के बेटे अब्दुल हकीम को गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद उससे पूछताछ की गई. पूछताछ में अब्दुल हकीम ने पुलिस के सामने अपना सारा गुनाह कबूल कर लिया. पुलिस के मुताबिक, अब्दुल हकीम ने अपने पिता की हत्या की योजना बहुत पहले ही बना ली थी. एतियादी मिया सेवानिवृत्त हो जाने से पहले उसके बेटे अब्दुल हकीम ने कथित तौर पर श्यामसुंदरपुर के जंगल में अपने पिता की गला दबाकर हत्या कर दी. मिया के चेहरे को भी ईंट से कुचल दिया गया ताकि उसकी पहचान न हो सके.