हैदराबाद: भारत और कनाडा के बीच साल 2024 में राजनयिक विवाद सुर्खियों में रहा. दोनों देशों के बीच किन बातों को लेकर विवाद हुआ, साल के आखिरी में इस पर चर्चा कर रहे हैं. प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक बयान दिया था कि, भारत सिख अलगाववादियों के विरुद्ध कनाडा की धरती पर हिंसा का अभियान चला रहा है. जिसके बाद दोनों देशों के आपसी संबंध बिगड़ते चले गए.
दरअसल, पीएम ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि, खालिस्तान समर्थक अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता है. इस पर दोनों देशों के बीच राजनयिक गतिरोध उत्पन्न हो गए.
बता दें कि, 18 जून, 2023 को 45 वर्षीय हरदीप सिंह निज्जर की वैंकूवर के सरे में एक सिख गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. निज्जर एक कनाडाई नागरिक था जो खालिस्तान आंदोलन का बड़ा नेता था. भारत ने उसे आतंकवादी घोषित कर रखा था. देखा जाए तो कनाडा और भारत के बीच बढ़ते तनाव की वजह खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर है.
भारत सरकार पर हत्या का आरोप लगाते हुए ट्रूडो सरकार ने 14 अक्तूबर को कनाडा में भारत के पांच राजनयिकों सहित उच्चायुक्त संजय वर्मा को निष्कासित कर दिया. इसकी प्रतिक्रिया में भारत ने भी कनाडा के छह राजनयिकों को निष्कासित कर दिया. इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. ताजा घटना ने भले ही भारत और कनाडा के राजनयिक संबंधों को निचले स्तर पर ला दिया है, पर यह तनाव निज्जर की हत्या के बहुत पहले ही शुरू हो चुका था. एक नजर उन घटनाक्रम पर…
भारत और कनाडा के संंबंध कब और कैसे बिगड़े..... (ETV Bharat) इस साल कनाडा और भारत के रिश्तों को लेकर कब और क्या हुआ, जानें...
जनवरी 2024
कनाडा में विदेशी हस्तक्षेप की एक स्वतंत्र जांच ने ओटावा से चुनावों में भारत द्वारा संभावित हस्तक्षेप के बारे में जानकारी साझा करने के लिए कहा. नई दिल्ली ने इस बात को खारिज कर दिया कि, वह इस तरह के किसी भी कृत्य के पीछे है और अपने पुराने विचार को दोहराया कि कनाडा सिख अलगाववादियों को अपने मामलों में हस्तक्षेप करने की अनुमति देता है.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और पीएम मोदी (फाइल फोटो) (AFP) 5 फरवरी, 2024
भारत के उच्चायुक्त ने कनाडा के ग्लोब एंड मेल अखबार को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि भारत कनाडा के जांचकर्ताओं को निज्जर की हत्या के बारे में तब तक जानकारी नहीं देगा जब तक कि कनाडा सबूत साझा नहीं करता.
30 अप्रैल, 2024
व्हाइट हाउस ने वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट को एक गंभीर मामला बताया जिसमें कहा गया था कि भारत की खुफिया सेवा का एक अधिकारी निज्जर की हत्या और अमेरिका में पन्नुन की हत्या की नाकाम साजिश दोनों में सीधे तौर पर शामिल था. भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि रिपोर्ट में "अनुचित और निराधार आरोप" शामिल हैं.
पीएम मोदी, ट्रूडो और बाइडेन (फाइल फोटो) (AFP) 3 मई, 2024
मामले से सीधे परिचित एक सूत्र ने बताया कि कनाडाई पुलिस ने निज्जर की हत्या से जुड़े तीन लोगों पर आरोप लगाए हैं.
15 जून 2024
इटली में G7 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो से मुलाकात की. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 15 जून को कहा कि भारत और कनाडा कुछ 'अधिक महत्वपूर्ण मुद्दों' से निपटने के लिए "एक साथ काम करने" पर सहमत हुए हैं. ट्रूडो का यह बयान इटली में जी-7 आउटरीच शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद आया है. कनाडा ने कुछ 'महत्वपूर्ण मुद्दों' से निपटने के लिए 'एक साथ काम करने' पर सहमति जताई है.
पीएम मोदी, ट्रूडो और बाइडेन (फाइल फोटो) (AFP) 22 जुलाई 2024
कनाडा के शहर एडमोंटन में बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम संस्था (BAPS) द्वारा प्रबंधित स्वामीनारायण मंदिर में कथित रूप से घृणित और भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ तोड़फोड़ की गई है.
27 अगस्त, 2024
एक प्रमुख सिख अलगाववादी ने कहा, कनाडा पुलिस ने निज्जर के सहयोगी गुरपतवंत सिंह पन्नून को उसकी जान को बढ़ते खतरे के बारे में चेतावनी दी.
11 अक्टूबर 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपने कनाडाई समकक्ष जस्टिन ट्रूडो के साथ 'संक्षिप्त' बातचीत ने दोनों देशों के बीच ठंडे संबंधों के बीच हलचल मचा दी. लाओस के वियनतियाने में एसोसिएशन ऑफ साउथईस्ट एशियन नेशंस (आसियान) शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों आमने-सामने आए. मोदी और ट्रूडो के बीच चर्चा में कोई ठोस नतीजा नहीं निकला.
खालिस्तान समर्थक (फाइल फोटो) (AFP) 14 अक्टूबर, 2024
कनाडा ने उच्चायुक्त सहित छह भारतीय राजनयिकों को निष्कासित कर दिया. उन्हें एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या से जोड़ते हुए और कनाडा में भारतीय असंतुष्टों को निशाना बनाने के व्यापक प्रयास का आरोप लगाया.
भारत ने कार्यवाहक उच्चायुक्त सहित छह उच्च पदस्थ कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित करने का आदेश देकर जवाबी कार्रवाई की और कहा कि उसने कनाडा से अपने दूत को वापस बुला लिया है, जो कनाडा के निष्कासन के बयान का खंडन करता है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा, "हम कनाडा की धरती पर किसी विदेशी सरकार द्वारा कनाडाई नागरिकों को धमकाने और उनकी हत्या करने की संलिप्तता को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे."
30 अक्टूबर 2024
कनाडा द्वारा अमित शाह के खिलाफ निराधार आरोप
एक कनाडाई अधिकारी ने आरोप लगाया कि, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कनाडा के भीतर सक्रिय सिख अलगाववादियों के खिलाफ हिंसा, धमकी और खुफिया अभियानों का अभियान चलाया. ये आरोप उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन ने लगाए. जिन्होंने एक संसदीय समिति को बताया कि वाशिंगटन पोस्ट को दिए गए शाह के नाम की पुष्टि उन्होंने की.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (फाइल फोटो) (AFP) 3 नवंबर 2024
भारत ने गृह मंत्री अमित शाह पर कनाडा में सिखों पर हमलों को अधिकृत करने का आरोप लगाने वाले निराधार आरोपों के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया. भारत सरकार ने निराधार दावों और अपने वाणिज्य दूतावास अधिकारियों की निगरानी की आलोचना की. साथ ही चेतावनी दी कि इस तरह की कार्रवाइयों से द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचेगा. चेतावनी दी कि इस तरह की कार्रवाइयों से द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचेगा.
02 नवंबर 2024
ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर के परिसर में खालिस्तानी भीड़ घुस गई और भक्तों पर हमला किया. मंदिर ने एक वाणिज्य दूतावास शिविर का आयोजन किया. कहा गया कि, पुलिस भक्तों की सुरक्षा करने और भीड़ के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रही.
बता दें कि, 2024 में कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों की हिमाकत भारत के खिलाफ बढ़ती ही चली गई. वो खुलेआम भारत के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी करते नजर आए. खालिस्तानी समर्थकों ने ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर में भक्तों के एक समूह को निशाना बनाया. इस घटना से हिंदुओं में आक्रोश फैल गया . जिसके बाद खुद प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो सामने आए और घटना की निंदा की.
हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा ने भारत पर लगाए आरोप (फाइल फोटो) (AFP) 20 नवंबर, 2024
प्रमुख कनाडाई दैनिक द ग्लोब एंड मेल के मुताबिक, कनाडा की सुरक्षा एजेंसियों ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और अन्य प्रमुख अलगाववादियों को खत्म करने की योजना के बारे में जानकारी रखते थे.
21 नवंबर, 2024
कनाडा की मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की कथित साजिश के बारे में जानते थे, जस्टिन ट्रूडो सरकार ने इस मामले से शीर्ष भारतीय नेतृत्व को जोड़ने वाला कोई भी बयान देने से इनकार किया है.
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और पीएम मोदी (फाइल फोटो) (AFP) 22 नवंबर, 2024
भारत ने दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच कनाडा में और अधिक वाणिज्य दूतावास शिविर रद्द कर दिए. नई दिल्ली ने कहा कि शिविर रद्द कर दिए गए क्योंकि कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां 'बढ़ते खतरों के खिलाफ न्यूनतम सुरक्षा' भी प्रदान करने में असमर्थ थीं.
13 दिसंबर 2024
विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा, कनाडा में तीन भारतीय छात्रों की हत्या कर दी गई. ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने भारतीयों की सुरक्षा का मामला कनाडाई अधिकारियों के समक्ष उठाया . कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण अभी भी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.
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