रामगढ़ः जिला में बरकाकाना थाना क्षेत्र के कंडेर पंचायत में पहाड़ की तलहटी में अवस्थित सिधवार फायरिंग रेंज में प्रशिक्षण के दौरान एक गोली पास के गांव की एक युवती को लगी है. इस घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल है. वहीं युवती को इलाज के लिए आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
बरकाकाना ओपी क्षेत्र के सिधवारकला मुंडा टोली में सिलाई कढ़ाई का काम करने वाली यशोदा अपने कमरे में कपड़ों को आयरन कर रही थी. अचानक एक गोली उसके घर के एस्बेस्टस शीट को भेदते हुए उसके दाहिने पैर में धंस गयी. इसके बाद उसने मदद के लिए आसपास के लोगों को आवाज दी, इसकी जानकारी मिलने के बाद फायरिंग रेंज के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और लोगों की मदद से लड़की को इलाज के लिए सैन्य अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया.
यशोदा को दूसरी बार लगी गोलीः
इस पूरे मामले को लेकर पतरातू एसडीपीओ वीरेंद्र कुमार राम ने बताया कि अभी पीड़िता के परिजनों द्वारा किसी तरह का कोई आवेदन थाना में नहीं दिया गया है. इस दौरान कोई आवेदन उन्हें प्राप्त होता है तो इस पूरे मामले में जांच की जाएगी कि आखिर गोली कैसे उतनी दूर गांव में चली गई. बता दें कि यशोदा को इससे पूर्व भी 2017 में घर के बगल वाली छत पर घूमने के दौरान दाहिने पैर में ही गोली लगी थी. एक बार फिर से शुक्रवार को युवती को उसी पैर में गोली लगी है. यशोदा का घर फायरिंग रेंज से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
युवती यशोदा को गोली लगने की घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है. कंडेर के मुखिया रविंद्र करमाली ने बताया कि गांव वालों की सुरक्षा के लिए सैन्य के अधिकारियों और पुलिस को कदम उठाना चाहिए. हम लोग भी चाह रहे हैं कि जहां फायरिंग की ट्रेनिंग होती है और जिसको टारगेट किया जाता है वहां पर जो पहाड़ है उसे और ऊंचा किया जाए या वहां एक बड़ी दीवार खड़ी की जाए. जिससे ट्रेनिंग के दौरान हो रही फायरिंग के दौरान गोली छिटक कर गांव या आसपास के लोगों को ना लगे और किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो. इस बाबत फायरिंग रेंज के अधिकारियों ने कहा कि ग्रामीणों की बात को वो अपने वरीय अधिकारियों को जरूर बताएंगे.