बेगूसराय:उत्तर प्रदेश की एसडीएम ज्योति मौर्य की कहानी की याद बेगूसराय में ताजा होती दिखाई पड़ रही है. इस कहानी में एक मजदूर की पत्नी पुलिस कांस्टेबल बनते ही न सिर्फ सात फेरों के रिश्ते को भूल जाती है बल्कि पति की उस कुर्बानी का भी कोई मोल नहीं रहा जिसकी बदौलत उसने इस मुकाम को हासिल किया है.
कांस्टेबल बनते ही पति को छोड़ा: इस कहानी में नया मोड़ तब आया जब पत्नी अपने रिश्तेदारों के साथ दो चमचमाती गाड़ी से अपने ससुराल पहुंची. इस दौरान पुलिस वाली पत्नी अपने पति को दो टूक शब्दों में यह कहती है कि अब वो उसके साथ नहीं रहना चाहती है और उससे तलाक लेना चाहती है.
पति का क्या कहना है: इतना ही नहीं वो शादी के वक्त मिले सामान को भी वापस ले जाना चाहती है. पिता भाई और अन्य दूसरे रिश्तेदार के साथ पहुंची पत्नी के इस फैसले को सुनकर पति अवाक और सन्न रह गया. पति का कहना है कि वह पत्नी के साथ रहना चाहता है और काफी मान मनौवल कर रहा है लेकिन उसका पत्नी पर कोई असर नहीं हो रहा.
"पत्नी की नौकरी हो गयी है तो हमको आज छोड़ रही है. मेरी पत्नी पुलिस कांस्टेबल बन गई है. मेरी जब शादी हुई थी तो वह मैट्रिक पास की थी. उसके बाद मैंने इंटर कराया. 2022 में बिहार पुलिस के लिए वैकेंसी आया उसमें पास कर गई. अब तलाक मांग रही है. मैं हिंदू हूं और हमारा रिश्ता सात जन्मों का है. मैं इस रिश्ते को निभाना चाहता हूं."- पीड़ित पति
गाड़ी में पहुंची पत्नी तो पति ने रोका रास्ता: यह पूरा मामला तब प्रकाश में आया जब पत्नी के मायके वाले दहेज में दिया हुआ सारा सामान वापस लेने आए.हाई वोल्टेज ड्रामे के दौरान गांव के लोग और ससुराल के लोग पत्नी को जाने से रोकने लगे और उसकी गाड़ी के सामने खड़े हो गए. जिसके बाद गांव के लोगों की भीड़ जमा हो गई. पति किसी भी कीमत पर पत्नी को नहीं जाने देने की जिद पर अड़ा रहा.
पुलिस ने ऐसे सुलझाया मामला: जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची और दोनों को थाने ले गई. पुलिस के द्वारा दोनों को कोर्ट द्वारा मामला सुलझाने की सलाह दी गई और किसी तरह से पूरा मामला शांत हुआ.पूरा मामला बखरी थाना क्षेत्र के एक गांव का है.