नई दिल्ली:असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और भाजपा नेता गौरव भाटिया ने कथित 'पाकिस्तानी संबंधों' को लेकर गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ गोगोई पर निशाना साधा है, जिस पर कांग्रेस सांसद ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए असम के मुख्यमंत्री पर बेचैन होने और अपने पद को लेकर असुरक्षित होने का आरोप लगाया है.
आरोपों को हास्यास्पद बताते हुए गौरव गोगोई ने गुरुवार को कहा, "अगर मेरी पत्नी पाकिस्तान की आईएसआई एजेंट है, तो मैं भारत का रॉ एजेंट हूं. मुझे कोई आपत्ति नहीं है अगर एक परिवार जिसके खिलाफ कई मामले और कई आरोप हैं, मेरे खिलाफ आरोप लगाता है. असम के मुख्यमंत्री ये आरोप केवल अपने खिलाफ आरोपों से ध्यान हटाने के लिए लगा रहे हैं."
गौरव भाटिया ने लगाया आरोप
बता दें कि भाजपा नेता गौरव भाटिया ने कहा था, "विपक्ष के उपनेता गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न...उनके पाकिस्तान योजना आयोग के सलाहकार अली तौकीर शेख और आईएसआई से संबंध पाए गए हैं. यह बेहद चिंताजनक और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, इसलिए उम्मीद है कि राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और गौरव गोगोई उनके पाकिस्तान और आईएसआई से संबंधों को स्पष्ट करेंगे."
हिमंत बिस्वा सरमा ने साधा निशाना
वहीं, सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान की यात्रा के बाद गोगोई के संसदीय सवालों का ध्यान संवेदनशील रक्षा मामलों, जिसमें तटरक्षक रडार प्रतिष्ठानों, भारत के हथियार कारखानों, ईरान के साथ व्यापार के लिए पारगमन मार्ग, कश्मीरी छात्रों और चर्चों पर कथित हमलों पर चला गया.
सीएम सरमा ने कहा कि ये घटनाक्रम एक पेशेवर ब्रिटिश नागरिक से उनकी शादी के तुरंत बाद हुए, जो आगे और सवाल खड़े करता है. अपनी शादी से पहले उन्होंने एक अमेरिकी सीनेटर के लिए काम किया था, जो पाकिस्तान के साथ घनिष्ठ संबंधों के लिए जाने जाते थे और बाद में पाकिस्तान में कुछ समय भी बिताया, एक ऐसे संगठन में काम किया, जिसके बारे में व्यापक रूप से माना जाता है कि वह इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) का मुखौटा है."
एलिजाबेथ गोगोई कौन हैं?
ब्रिटेन में जन्मी एलिजाबेथ कोलबर्न ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) से इंटरनेशनल पॉलिटिकल इकोनॉमी में मास्टर डिग्री हासिल की है. उन्होंने 2013 में गौरव गोगोई से शादी की. उन्होंने पहले क्लाइमेट एंड डेवलपमेंट नॉलेज नेटवर्क (CDKN) के साथ काम किया था, जो अब भाजपा के निशाने पर है. उन्होंने भारत और नेपाल में संगठन के काम को कोर्डिनेट भी किया थी.
वेबसाइट पर लिखा है कि एलिजाबेथ मार्च 2011 में जलवायु परिवर्तन और विकास नीति-निर्माण और रिसर्च के लिए CDKN में शामिल हुईं. इसमें 2009 के EU जलवायु परिवर्तन पैकेज की वार्ता पर यूरोपीय संसद में काम करना और EU विकास सहयोग को देखते हुए ओवरसीज डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (ODI) में शोधकर्ता के रूप में काम करना शामिल था. उन्हें अमेरिकी सीनेट, संयुक्त राष्ट्र सचिवालय और तंजानिया और दक्षिण अफ्रीका में गैर सरकारी संगठनों के लिए काम करने का भी अनुभव है.
क्या है CDKN?
CDKN अपनी वेबसाइट के अनुसार वह ग्लोबल साउथ में सबसे अधिक जलवायु-प्रभावित लोगों, विशेष रूप से हाशिए पर पड़े समूहों के वेल-बीइंग में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित करता है. 2010 में स्थापित, CDKN अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन में काम करता है, और फंडासिओन फ़्यूचूरो लैटिनोमेरिकानो और ICLEI साउथ एशिया के सहयोग से साउथ-साउथनॉर्थ द्वारा प्रबंधित किया जाता है.
एलिजाबेथ गोगोई की विदेशी नागरिकता पर उठाए सवाल
असम के सीएम सरमा ने एलिजाबेथ गोगोई की विदेशी नागरिकता और पाकिस्तान में उनके पिछले काम पर सवाल उठाए. सरमा ने दावा किया, "जल्द या बाद में, यह पता चल जाएगा कि जॉर्ज सोरोस के इकोसिस्टम के नेतृत्व में विदेशी शक्तियों ने 2014 में असम कांग्रेस के एक बड़े फैसले को कैसे प्रभावित किया. सच्चाई समय के साथ सामने आएगी."
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि दंपति के आईएसआई के साथ घनिष्ठ संबंध हैं और उन पर ब्रेनवॉशिंग और कट्टरपंथीकरण के लिए युवा दिमागों को पाकिस्तान उच्चायोग में ले जाने का आरोप लगाया.
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