भुवनेश्वर: आदिवासी समुदाय से आने वाले भाजपा विधायक मोहन चरण माझी ओडिशा के नए मुख्यमंत्री होंगे. भुवनेश्वर में मंगलवार को हुई भाजपा विधायकों की बैठक में 52 वर्षीय माझी को विधायक दल का नेता चुना गया. वह बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे. उनके साथ कनक वर्धन सिंह देव और प्रभाती परिदा भी उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे.
करीब परिवार से आने वाले मोहन माझी ओडिशा के 15वें मुख्यमंत्री बनेंगे. वह ओडिशा में भाजपा के अनुभवी नेता माने जाते हैं और राज्य के प्रमुख आदिवासी चेहरा हैं. माना जा रहा है कि आदिवासी पहचान ने माझी को सीएम पद तक पहुंचाया. मोहन माझी क्योंझर सीट से चौथी बार विधायक चुने गए हैं. इस बार वह 11, 577 मतों के अंतर से विजयी हुए हैं. मोहन चरण माझी को 87,815 वोट मिले, जबकि उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी बीजेडी के मीनू माझी को 76,238 वोट मिले.
2000 में पहली बार विधायक बने मोहन माझी
माझी ने गांव से राजनीति शुरू की थी और सरपंच भी रह चुके हैं. मोहन माझी पहली बार वर्ष 2000 में विधायक चुने गए थे. मोहन चरण माझी भाजपा के जुझारू कार्यकर्ता हैं. वह लोगों की सेवा और संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते हैं. मुख्यमंत्री पद के लिए उनका चयन ओडिशा में एक मजबूत आदिवासी दृष्टिकोण को दर्शाता है.
मोहन माझी के चुनावी हलफनामे के अनुसार उन्हों 1987 में झुमपुरा हाई स्कूल से 10वीं और 1990 में आनंदपुर कॉलेज से 12वीं कक्षा पास किया. इसके बाद उन्होंने क्योंझर के चंपुआ में चंद्रशेखर कॉलेज से बीए की डिग्री और ढेंकनाल लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री हासिल की. चुनावी हलफनामे के मुताबिक मोहन माझी के ऊपर दो केस दर्ज हैं.