बेंगलुरु:कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मैसूर अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MUDA) स्कैम में घिरे कर्नाटक के सिए सिद्धारमैया का समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि वह सिद्धारमैया का समर्थन करते हैं और उनके साथ खड़े हैं, क्योंकि वह हमारी पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं.
बेंगलुरु के सदाशिवनगर स्थित आवास के पास बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, '' एफआईआर दर्ज होने के बाद भी आलाकमान सीएम के साथ खड़ा है. हम उनके साथ खड़े हैं और उनका समर्थन करते हैं. मैं हरियाणा में दलित नेताओं और दलित फंड के बारे में पीएम मोदी की बात का जवाब दूंगा.''
'वे सीएम की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं'
उन्होंने कहा, "अगर एफआईआर दर्ज होने पर सीएम सिद्धारमैया को इस्तीफा देना पड़े, तो क्या मोदी ने गोधरा कांड होने पर इस्तीफा दिया था? अमित शाह के खिलाफ भी कई मामले हैं. किसी को व्यक्तिगत रूप से निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए. "खड़गे ने आगे कहा कि अगर वे सीएम की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं, तो इससे पार्टी को भी नुकसान होगा. वह (BJP) कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं.
'कानून अपना काम खुद करता है'
कांग्रेस नेता ने कहा, "वे कांग्रेस पार्टी के मूल वोटों को खराब करने के लिए यह सब कर रहे हैं. कानून अपना काम खुद करता है. परिस्थिति की जांच की जाती है कि क्या सामने आता है. भले ही कुछ भी न हो, लेकिन वे हर रोज मुदा मुदा कहते हैं. व्यापारियों ने 16 लाख करोड़ रुपये लूटे. कोई चार्जशीट नहीं है. कोई सजा नहीं है. अब वे एक छोटी सी बात पर लड़ रहे हैं."
उन्होंने कहा, ''यह पहली बार नहीं है कि सीबीआई को सहमति से जांच करने के अधिकार से वंचित किया गया है. देवराज उर्स के शासनकाल में भी ऐसा किया गया था, जब मैं गृह मंत्री था, तो वीरप्पन केस, तेलगी केस और कोलार के एक मामले जैसी तीन जांचों की सिफारिश की थी, लेकिन सीबीआई ने जांच नहीं की.
खड़गे ने बताया कि वीरप्पन ने सैकड़ों लोगों की हत्या की, तेलगी ने हजारों करोड़ रुपये सरकारी धन का दुरुपयोग किया. इसकी सीबीआई ने जांच नहीं की. उन्होंने स्पष्ट किया कि वहराजभवन और कर्नाटक सरकार के बीच झगड़े की बात नहीं कर रहे हैं.
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