तिरुवनंतपुरम: केरल की वायनाड लोकसभा सीट उपचुनाव होने जा रहा है. ऐसे में केरल के तटीय क्षेत्र मुनंबम में वक्फ बोर्ड का मुद्दा गरमाया हुआ है. दरअसल, वक्फ बोर्ड ने वीपी सलीम, सीवी हमजा फैजी, जमाल, उक्कादन रहमत और अलकांडी रवि को नोटिस भेजा है.
इसमें सिर्फ रवि और रहमत के नाम पर संपत्ति है. बाकी तीन सालों से यहां रह रहे हैं. इन लोगों को तलप्पुझा हिदायतुल इस्लाम जमात मस्जिद कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा वक्फ बोर्ड को वक्फ भूमि हस्तांतरण के संबंध में नोटिस भेजा गया है.
नोटिस में कहा गया है कि अगर जमीन से जुड़े कोई भी दस्तावेज पेश करने हैं तो 16 दिन के अंदर वक्फ बोर्ड को सूचित किया जाए. हालांकि, अभी सिर्फ पांच लोगों को नोटिस मिला है, लेकिन आस-पास के कई लोग भविष्य में नोटिस मिलने को लेकर चिंतित हैं. इलाके के निवासियों को चिंता है कि उन्होंने दशकों पहले जो जमीन खरीदी थी उससे उन्हें बेदखल न होना पडे़.
कानूनी तौर पर निपटेंगे
नोटिस पाने वाले हमजा फैजी का कहना है कि नोटिस में कहा गया है कि हमने मालिक से जो जमीन खरीदी है, वह अतिक्रमित जमीन है. नींव और बुनियाद हमारे पास है. उन्हें वक्फ बोर्ड का नोटिस मिला है. इसमें कहा कि जिस जमीन पर पिछले हफ्ते तक उन्होंने टैक्स चुकाया है, यह हमारी जमीन है. हमजा का कहना है कि वह इस मामले से कानूनी तौर पर निपटेंगे.
इलाके के निवासी शिवरामन भी वक्फ के इस कदम पर चिंता जताई और कहा कि मुझे अभी तक नोटिस नहीं मिला है, लेकिन मैं उसी सर्वे नंबर की जमीन पर रह रहा हूं. नोटिस और बेदखली का डर भी है. 1963 में मेरे पिता ने यह जमीन जॉन नाम के व्यक्ति से खरीदी थी. 1974 में इसका डीड मिला. मेरे पिता और मां की मृत्यु भी यहीं हुई थी. अगर ऐसा कोई नोटिस आता है, तो चाहे मेरा सिर ही क्यों न कट जाए, हम यहां से नहीं जाएंगे.
महल कमेटी का जवाब
इस संबंध में महल कमेटी के पदाधिकारी नासिर अहसानी ने कहा कि यह मामला वक्फ बोर्ड से जुड़ा है. इसमें महल कमेटी का हस्तक्षेप करना कानूनी तौर पर संभव नहीं है. हम किसी को निराश नहीं करना चाहते. हम कानूनी तौर पर समस्या का समाधान निकालने की कोशिश करेंगे.
बीजेपी राजनीतिक लाभ उठा रही है
इस बीच, घटनास्थल का दौरा करने के बाद सीपीएम नेता पी जयराजन ने कहा कि भाजपा वक्फ बोर्ड की जमीन के मुद्दे का राजनीतिक लाभ उठा रही है. जयराजन ने परिवारों को आश्वासन दिया कि बेदखली की कोई कार्रवाई नहीं होगी.