नई दिल्ली :वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि ये मात्र विश्व हिंदू परिसर ही नही बल्कि पूरे विश्व के लिए अद्वितीय और अद्भुत क्षण है. उन्होंने कहा कि 'इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते, मानो जैसे हमे सबकुछ मिल गया हो.'
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने संघर्ष किया, लगभग पांच लाख लोग बलिदान हुए. 500 साल तक लोगों ने संघर्ष किया, और लोगों का योगदान और आज की उपलब्धि अद्भुत अप्रतिम अविवरणीय है ना भूतो न भविष्यति,पूरे विश्व को आह्लादित कर दिया ये अद्भुत दृश्य था जब एकसाथ लाखों की संख्या में लोग निहार रहे थे.
इस सवाल पर कि प्राण प्रतिष्ठा के वक्त कई लोग आंखों में आंसू लिए रामलला को निहार रहे थे. उन्होंने कहा कि 'लोग ही नहीं बल्कि आंसू लिए पीएम भी बोल रहे थे और जब वो सबरी की बात कर रहे थे तब भी उनकी आंखों में आंसू थे. 11 दिन के तप के बाद वो बोल रहे थे. उनके शब्द एक एक कर निकल रहे थे. जब पीएम बोलते हैं अगले लक्ष्य को निर्धारित कर देते हैं और आज भी उन्होंने ऐसा किया.'