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ज्ञानवापी के व्यास जी तहखाने में 30 साल बाद पूजा शुरू, कमिश्नर-डीएम की मौजूदगी में उतारी गई आरती

वाराणसी में ज्ञानवापी के व्यास जी के तहखाने (Gyanvapi Vyas Ji Basement) में बुधवार की देर रात अफसरों की मौजूदगी में पूजा-पाठ शुरू करा दिया गया. इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही.

व्यास जी के तहखाने में देर रात में पूजा शुरू करा दी गई.
व्यास जी के तहखाने में देर रात में पूजा शुरू करा दी गई.

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 1, 2024, 7:08 AM IST

Updated : Feb 1, 2024, 4:59 PM IST

व्यास जी के तहखाने में देर रात में पूजा शुरू करा दी गई.

वाराणसी :ज्ञानवापी परिसर में नंदी महाराज के सामने व्यास जी के तहखाने में 1993 तक हो रहे पूजा-पाठ को 30 साल बाद फिर से शुरू करा दिया गया. जिलाधिकारी एस. राज लिंगम और पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन समेत अन्य अफसरों की मौजूदगी में आरती कराई गई. गोपनीय तरीके से जिला अधिकारी और कमिश्नर रात लगभग 9 बजे विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में दाखिल हुए. रात 11 बजे नंदी महाराज के सामने तहखाने के रास्ते के पास बैरिकेडिंग हटाने का काम शुरू किया गया. दो घंटे के बाद रात 1 बजे इसे पूरी तरह से हटा दिया गया. पूजा-पाठ के बाद रात लगभग 2 बजे अफसर बाहर निकले.

कई थानों की पुलिस तैनात रही.

बुधवार की दोपहर जिला अधिकारी वाराणसी को जिला जज की अदालत ने व्यास जी यानी सोमनाथ व्यास के तहखाने में पूजा फिर से शुरू कराने के निर्देश दिए थे. शैलेंद्र पाठक की एप्लीकेशन पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने यह आदेश दिया था. कोर्ट ने इसके पहले व्यास जी के तहखाने का रिसीवर भी जिलाधिकारी को नियुक्त किया था. इसके बाद जिलाधिकारी की तरफ से इस पर प्रशासन की सुपुर्दगी भी ली गई थी. बुधवार की दोपहर कोर्ट ने आदेश देकर यहां फिर से पूजा शुरू करने के लिए कहा था. इसके लिए व्यास जी के नाती और विश्वनाथ मंदिर न्यास के साथ मिलकर एक पुजारी को यहां पर राग, भोग, पूजा के लिए नियुक्त करने के निर्देश दिए गए थे.

रात में हटाई गई बैरिकेडिंग :जिलाधिकारी को यह स्पष्ट निर्देश था कि उक्त स्थान पर की गई बैरिकेडिंग का प्रबंध किया जाए. इसके बाद शांति व्यवस्था और अन्य चीजों को दृष्टिगत रखते हुए देर रात इस पर काम शुरू किया गया. रात करीब 9 बजे से ही विश्वनाथ धाम के गेट नंबर 4 जो ज्ञानवापी से होकर आगे बढ़ता है, कड़े पहरे के बीच यहां से बैरिकेडिंग हटा दी गई. इसके बाद विश्वनाथ मंदिर से जुड़े सफाई कर्मचारी अंदर दाखिल हुए. सफाई करने के बाद अंदर मौजूद प्रतिमाओं और अन्य चीजों को व्यवस्थित तरीके से करके गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति के साथ वहां पर पूजा-पाठ की शुरुआत की गई. घंटे-घड़ियाल की ध्वनि के साथ पूजा संपन्न होने के बाद ज्ञानवापी परिसर में तहखाना के अंदर आरती भी उतारी गई. दीप जलाकर प्रकाश भी किया गया.

16 थानों की फोर्स रही मौजूद :जिला अधिकारी वाराणसी ने मीडिया को बताया कि कोर्ट के आदेश का कंप्लायंस (अनुपालन) किया गया है, यानी पूजा पाठ अंदर शुरू करा दिया गया है. पुलिस कमिश्नर ने बताया कि मामले में कानून व्यवस्था मेनटेन करने के लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था पूरे शहर में लगाई गई है. विश्वनाथ धाम के बाहर जिस वक्त यह कार्य किया जा रहा था उस वक्त 16 थानों की फोर्स मौजूद थी. इनमें चौक दशाश्वमेध, लक्सा, सिगरा, रामनगर लंका मंडुवाडीह आदि मुख्य रूप से शामिल थे. वहीं शहर में कानून व्यवस्था को देखते हुए फोर्स की तैनाती की गई है. मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता पर रखने के निर्देश दिए गए हैं.

देर रात तक परिसर में डटे रहे अफसर :कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार की रात जिला अधिकारी वाराणसी एस राजलिंगम लिंगम, विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी की सुरक्षा करने वाली सीआईएसएफ, सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियां रात से ही निरीक्षण पर थीं. देर रात पूजा शुरू कराने के बाद सुरक्षा व्यवस्था काफी चुस्त-दुरुस्त रखी गई है. 25 सितंबर 2023 को सोमनाथ व्यास के नाती शैलेंद्र व्यास ने तहखाना का मालिकाना हक मुकदमा चलने तक जिलाधिकारी वाराणसी को सौंपे जाने की मांग की थी. 1993 की स्थिति के अनुसार पूजा-पाठ शुरू करने की अनुमति भी मांगी थी. कोर्ट ने पिछले दिनों जिला अधिकारी को इस तहखाना का रिसीवर बनाकर इस पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे. इसे लेकर अफसर बुधवार की देर रात तक ज्ञानवापी परिसर में ही डटे रहे.

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ज्ञानवापी परिसर में स्थित व्यास जी के तहखाना में पूजा-पाठ का अधिकार मिला

Last Updated : Feb 1, 2024, 4:59 PM IST

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