वाराणसी : ज्ञानवापी परिसर में 16 मई 2022 से सील पड़े वजूखाने को साफ करने का काम आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पूरा कर लिया गया. सबसे बड़ी बात यह है कि लंबे वक्त से इस वजूखाने के बंद रहने की वजह से इसमें रहने वाली मछलियों के जीवन पर संकट पैदा हो गया था और कई मछलियां मर भी गई थीं. उनके मरने की वजह से पूरे परिसर में दुर्गंध फैल रही थी. इसके बाद मस्जिद कमेटी की तरफ से डीएम वाराणसी से भी सफाई कराने की अपील की गई थी. लेकिन, मामला सुप्रीम कोर्ट के अधीन होने के कारण डीएम ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. हालांकि, बाद में विष्णु शंकर जैन ने 2 जनवरी को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से अपील करते हुए इस स्थान की सफाई का निवेदन किया था. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने 17 जनवरी को आदेश देकर डीएम वाराणसी की निगरानी में पूरे टैंक को साफ करवाने के लिए कहा था.
आज सुबह 9:10 बजे टैंक की सफाई शुरू हुई. इसमें 15 सफाईकर्मियों को लगाया गया था. इसके बाद 12:30 तक टैंक को पूरी तरह से साफ करके स्थान को पुनः सील कर दिया गया है. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सील वजूखाने की सफाई करके उक्त स्थान को पुनः साफ सुथरा कर दिया गया है. टैंक का पानी अब निकाल दिया गया है. वजूखाने के इस सेफ्टी टैंक में 37 जीवित और 17 मरी हुई मछलियां मिली हैं. छोटी मछलियां लगाए गए तीन अलग-अलग वाटर पंप के जरिए खुद से बाहर आ गई थीं, जबकि बड़ी मछलियों को नगर निगम सफाईकर्मियों ने हटाया और जीवित मछलियों को एक अलग वॉटर टैंक में सुरक्षित रखा गया. बाद में इसे अंजुमन इंतजामियां मस्जिद कमेटी के सुपुर्द कर दिया गया. डीएम वाराणसी एस राज लिंगम ने बताया कि कमेटी की तरफ से मछलियों की सुपुर्दगी की मांग की गई थी. इसके बाद उन्हें यह सारी मछलियां जो जीवित निकलीं, वह सुपुर्द कर दी गई हैं, जबकि मृत मछलियों का निस्तारण नगर निगम की तरफ से किया गया है.
वहीं, मुफ्ती ए बनारस और मस्जिद के शाही इमाम मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने बताया कि सफाई का काम पूरी निगरानी के साथ पूरा किया गया. जो मछलियां थीं वह हमें दी गई हैं. हमने उसको अपने सुपुर्द करने की मांग की थी. वहीं, वादी पक्ष की अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी का कहना है कि दोनों पक्ष की सहमति के साथ पूरा काम किया गया. वजूखाने की साफ सफाई का काम पूरा किया गया है. पूरे वजूखाने को अच्छे से साफ करने के बाद इसका पानी पूरी तरह से अब निकाल दिया गया है. सुभाष नंदन का कहना है हमें किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं है. अंदर मिलीं मछलियों को मुस्लिम पक्ष के सुपुर्द किए जाने से महिलाओं का कहना था कि यह बेहद खुशी का क्षण है और लंबे वक्त से गंदगी में रह रहे हमारे भोलेनाथ अब साफ सुथरा वातावरण में रहेंगे.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर स्थित सील वजूखाने की सफाई का काम सुबह 9 बजे से शुरू कर दिया गया. सुबह 11 बजे के बाद तक यह काम पूरा कर लिया गया. कर्मी वापस लौट चुके हैं. टैंक में करीब 10 मछलियां मरी मिलीं. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखी गईय गुरुवार को जिलाधिकारी वाराणसी एस राज लिंगम की अध्यक्षता में हिंदू पक्ष, अंजुमन इंतजामियां मस्जिद कमेटी संग और पुलिस अफसरों की बैठक में यह निर्णय लिया गया था. नगर निगम टीम में अलावा अधिकारियों की टीम भी मौके पर मौजूद रही.