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बैन के बाद भी केदारनाथ गर्भगृह में ली जा रहीं फोटो-वीडियो, BJP नेता ने सोशल मीडिया पर डाली तस्वीरें, कांग्रेस हमलावर - Video reels banned in Chardham - VIDEO REELS BANNED IN CHARDHAM

Uttarakhand Chardham Yatra 2024 चारों धामों में मंदिर परिसर के 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी और रील्स बनाने पर पूरी तरह से रोक है. इसके बावजूद भाजपा प्रदेश युवा मोर्चा के महामंत्री ने केदारनाथ धाम के गर्भगृह की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की, जिसके बाद कांग्रेस ने नियमों का हवाला दिया है. साथ ही बीजेपी ने कहा कि गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है.

BJP State Youth Morcha General Secretary Avinash Verma
भाजपा प्रदेश युवा मोर्चा महामंत्री अविनाश वर्मा (फोटो- सोशल मीडिया)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 24, 2024, 3:55 PM IST

Updated : May 24, 2024, 5:06 PM IST

देहरादून (उत्तराखंड):चारधाम मंदिर परिसरों के 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी व रील्स बनाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. बकायदा पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने संबंधित जिला पुलिस प्रभारियों को आदेश जारी किए हैं. इसके बावजूद नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. भाजपा प्रदेश युवा मोर्चा के महामंत्री रवि पाल ने केदारनाथ मंदिर दर्शन कर सोशल मीडिया पर गर्भगृह की कुछ फोटो शेयर की है. जिसके बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है.

कैसे मंदिर के अंदर पहुंचा मोबाइल:चारधाम मंदिर के आसपास तमाम पुलिसकर्मी रोजाना ऐसे कई लोगों पर कार्रवाई कर रहे हैं, जो मोबाइल का प्रयोग वीडियो बनाने या प्रतिबंधित क्षेत्र में फोटो खींचने के लिए कर रहे हैं. जबकि मुख्य सचिव इस बाबत आदेश जारी कर चुकी हैं. लेकिन अब बीजेपी के नेता ही नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं तो भला आम जनता पर इसका क्या असर होगा. भाजपा प्रदेश युवा मोर्चा के महामंत्री रवि पाल ने केदारनाथ मंदिर दर्शन कर सोशल मीडिया पर गर्भगृह की कुछ फोटो शेयर की है.

जानिए क्या बोले-भाजपा प्रदेश युवा मोर्चा महामंत्री:सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट करने के बाद ईटीवी भारत ने जब रवि पाल से बात की तो उन्होंने कहा कि हम पांच लोग 20 तारीख को केदारनाथ दर्शन के लिए गए थे. व्यवस्थाएं पूरी चाक चौबंद थी, लेकिन जैसे ही हमने उनसे यह सवाल पूछा कि आखिरकार गर्भगृह में फोटो कैसे खींची गई, क्या आपसे किसी ने मना नहीं किया? इस पर उन्होंने कहा कि उन्हें भी नहीं पता यह फोटो किसने खींची है. उनके पास आज ही किसी ने व्हाट्सएप से फोटो भेजी हैं इसलिए उन्होंने सोशल मीडिया पर डाली थी. हालांकि, फोन किए जाने के बाद जब दोबारा से उनका फेसबुक अकाउंट चेक किया गया तो गर्भगृह की फोटो हटा ली गई थीं. बाकी अन्य फोटो को पोस्ट किया हुआ था.

कांग्रेस ने खड़े किए सवाल:गर्भगृह की फोटो पहली बार सार्वजनिक तौर पर आई हो, ऐसा नहीं है. इससे पहले भी कई बार फोटो बाहर आती रही हैं. अब एक बार फिर से भाजपा नेता की फोटो बाहर आने के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है. कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि नियम और कायदे कानून सबके लिए एक जैसे होने चाहिए. आम जनता के खिलाफ लगातार चालान और अन्य कार्रवाई की जा रही है. लेकिन न केवल अंदर बल्कि बाहर से भी कोई कैसे फोटो खींच रहा है, जबकि मोबाइल 50 मीटर के दायरे में ले जाना प्रतिबंधित है.

केदारनाथ मंदिर कं अंदर फोटो/वीडियो पर है बैन. (मंदिर प्रशासन)

बीजेपी बोली- कानून सभी के लिए एक जैसा:वहीं भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह ने कहा कि उनके संज्ञान में फिलहाल यह मामला आया नहीं है. लेकिन अगर किसी ने भी इस तरह की फोटो खींची है तो ऐसा नहीं होना चाहिए. मंदिर समिति की जो गाइडलाइन है, उसी के अनुसार हर व्यक्ति को मंदिर में जाकर आचरण करना चाहिए.

मामले में क्या रही पुलिस:केदारनाथ सीओ अविनाश वर्मा ने कहा कि मंदिर के आसपास किसी भी तरह की फोटोग्राफी वीडियोग्राफी नहीं हो सकती और मंदिर के अंदर तो कैमरा मोबाइल बिल्कुल ले जाना माना है. अगर ऐसा किसी ने किया है तो हमारी सोशल मीडिया पर निगरानी रखने वाली टीम इस पर जल्द कार्रवाई करेगी.

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Last Updated : May 24, 2024, 5:06 PM IST

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