चेन्नई: परंदूर में एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण का प्रस्ताव स्थानीय समुदायों में विवाद का एक बड़ा मुद्दा बन गया है. इस अड्डे का उद्देश्य चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दबाव को कम करना है. हालांकि, यह परियोजना, जो 5,746 एकड़ में फैली हुई है, जिसमें परंदूर के आसपास के क्षेत्रों के विभिन्न गांव शामिल हैं, जमीनी स्तर पर बड़े प्रतिरोध का सामना कर रही है.
एक हजार से ज्यादा घरों पर पड़ेगा असर
दरअसल, परियोजना के लिए लगभग 3,700 एकड़ जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता है, जिसमें से ज्यादातर पट्टे पर है, और इसका प्रबंधन राजस्व विभाग द्वारा किया जा रहा है. इस अधिग्रहण से विशेष रूप से कई गांवों के 1,000 से ज्यादा घरों पर असर पड़ेगा, जिनमें नेल्लाई, नागापट्टू, एकनापुरम, थंडलम और महादेवी मंगलम के गांव शामिल हैं. लगभग दो वर्षों से, इस परियोजना से प्रभावित होने वाले स्थानीय लोग अपनी चिंताओं को जाहिर करते हुए और सरकार से अपनी जमीन छोड़ने का आग्रह कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
आजीविका के लिए जमीन पर निर्भर किसान
स्थानीय समुदाय, जो अपनी आजीविकाओं के लिए कृषि पर निर्भर हैं, उनका तर्क है कि इस परियोजना से उनकी कृषि भूमि और बस्तियां नष्ट हो जाएंगी. एकनापुरम गांव के लोग इस विरोध आंदोलन में सबसे आगे रहे हैं, उनकी दुर्दशा ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं का ध्यान आकर्षित किया है. इस विरोध के नए समर्थन में टीवीके (तमिलगा वेत्री कझगम) नेता विजय शामिल होंगे,