आगरा:हमीरपुर में छेड़छाड़ से परेशान दो छात्राओं की खुदकुशी के बाद आगरा में भी ऐसा ही मामला सामने आया है. जगनेर थाना क्षेत्र में शनिवार को छेड़खानी के आरोपी पर कार्रवाई न होने और बार-बार धमकी दिए जाने से परेशान युवती ने आत्महत्या कर ली. युवती के परिजनों ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. कहा है कि पुलिस आरोपी को नाबालिग बता उसे बचाने में लगी रही. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने 13 दिन बाद भी आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.जबकि आरोपी लगातार पीड़िता और उसके परिजनों पर समझौते का दबाव बना रहा था. साथ ही धमकी भी दी जा रही थी. इसी से आहत होकर युवती ने शनिवार शाम जान दे दी. पीड़िता ने सुसाइड नोट में भी अपनी पीड़ा बयां की है.
आरोपी को गिरफ्तार करने की बजाय नाबालिग बताती रही पुलिस
बता दें कि खंदौली थाना क्षेत्र के एक गांव में छेड़खानी से तंग युवती की आत्महत्या से अभी भी तनाव बना है. सांसद के विरोध में होर्डिंग तक लग चुके हैं. इसके बाद जगनेर थाना क्षेत्र के एक गांव में भी इसी तरह की घटना सामने आई है. 20 वर्षीय युवती ने आरोप लगाया था कि 24 फरवरी की रात वह घर में अपने छोटे भाई के साथ थी. माता-पिता पंजाब गए हुए थे. तभी रात करीब दो बजे गांव का युवक घर में घुस आया. उसने छेड़खानी की. जब शोर मचाया तो आरोपी धमकी देकर भाग गया. जब 26 फरवरी को माता-पिता पंजाब से लौटकर आए तो उन्हें युवक की करतूत बताई. आरोपी के खिलाफ जगनेर थाना में छेड़खानी का मुकदमा लिखाया. पुलिस ने पीड़िता के कोर्ट में बयान भी दर्ज कराए. लेकिन, आरोपी युवक को नाबालिग बताकर कार्रवाई में टालमटोल की. पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि आरोपी युवक के परिजन समझौता करने के लिए धमका रहे थे. इसकी जानकारी बेटी हो गई थी. शनिवार को उसने अपने कमरे में जान दे दी.