तिरुपति:आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू प्रसाद विवाद में नीत नये खुलासे हो रहे हैं. इस मामले की जांच सतर्कता एवं प्रवर्तन विभाग द्वारा भी की गई. इस जांच में कई बड़े चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. जांच में पाया गया कि लड्डू प्रसाद में इस्तेमाल घी में कथित घोटाले के अलावा लड्डू बनाने में शामिल अन्य सामग्रियों में भी कथित रूप से धांधली की गई. यही नहीं आरोप ये भी है कि तत्कालीन मंदिर प्रशासन ने नियमों को ताक पर रख कर मंदिर ट्रस्ट के पैसे का बंदरबांट किया.
पिछले कुछ समय से यह विवाद चल रहा है कि तिरुमाला लड्डू में मिलावटी घी का इस्तेमाल किया गया था. सतर्कता एवं प्रवर्तन विभाग की जांच के अनुसार यह बात सामने आई है कि न केवल घी में मिलावट की गई थी, बल्कि भगवान के प्रसाद में घटिया काजू, रतालू और किशमिश का इस्तेमाल किया गया था. कई वस्तुओं की खरीद में घोटाला किया गया था.
बताया जा रहा है कि वाईएसआरसीपी सरकार के कार्यकाल में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) में हुई कथित अनियमितताओं और धन के दुरुपयोग की सतर्कता और प्रवर्तन विभाग की जांच में खुलासा हुआ है. पता चला है कि न केवल घी में मिलावट की गई बल्कि प्रसाद बनाने के अन्य सामग्रियों में शामिल काजू, रतालू और किशमिश की खरीदारी भी कथित रूप से अनियमितता बरती गई. पता चला है कि प्रसाद बनाने की सामग्रियों को ऊंची कीमतों में खरीद की गई.
सामग्रियों की खरीद में कई तरीकों से कथित घोटाले किए गए. क्वालिटी के साथ समझौता किया गया. जांच के अनुसार आठ मिमी आकार के रतालू की आपूर्ति करनी थी जबकि आपूर्ति चार मिमी की गई. सतर्कता विभाग ने पाया कि तत्कालीन टीटीडी शासी निकाय और खरीद समिति ने मौजूदा मामलों पर ध्यान नहीं दिया.