बारामूला: जम्मू-कश्मीर के बारामूला में 161 टेरिटोरियल आर्मी (प्रादेशिक सेना) द्वारा आयोजित भर्ती अभियान में हजारों युवाओं ने भाग लिया. इस अभियान के आयोजन के लिए सेना की प्रशंसा की गई. सेना भर्ती में शामिल होने आए एक युवक का कहना है कि ऐसे समय में जब बेरोजगारी चरम पर है, वह इसे अपने परिवार का भरण-पोषण करने और देश की सेवा करने के एक उम्मीद भरे अवसर के रूप में देख रहे हैं.
बोनियार तहसील के एक युवा नासिर मलिक ने अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि, वह हमेशा से देश की सेवा करना चाहते थे और भर्ती की घोषणा ने उन्हें इस सपने को पूरा करने का अवसर दिया है. उन्होंने कहा कि, एलओसी के पास रहने वाले लोगों में देश की सेवा करने का जज्बा होता है और वे भी इसका अपवाद नहीं हैं. उन्होंने कहा, बढ़ती बेरोजगारी के दौर में बेरोजगार युवाओं के लिए यह सुनहरा मौका है.
बता दें कि, सेना भर्ती अभियान में करीब 4 हजार युवाओं ने हिस्सा लिया. आर्मी में शामिल होने आए एक शख्स ने बताया कि, पिछला अभियान 2019 में सेना द्वारा आयोजित किया गया था. एक अन्य प्रतिभागी मुबाशिर फारूक, जिन्होंने आर्मी स्कूल में पढ़ाई की है, ने कहा कि सेना द्वारा सिखाए जाने वाले अनुशासन ने उन्हें हमेशा प्रभावित किया है और वह लंबे समय से इसमें शामिल होना चाहते थे.
बारामूला में सेना भर्ती में हजारों की संख्या में उमड़ी भीड़ (ETV Bharat) मुबाशिर फारूक ने कहा कि, कश्मीर के युवा कभी नहीं चाहते कि शांति भंग हो, क्योंकि इसका सीधा असर उन पर पड़ता है. वे कभी ऐसी अशांति नहीं चाहेंगे. साथ ही उन्होंने भर्ती अभियान के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि लगभग सात साल के बाद यहां सेना में भर्ती हो रही है. इस तरह की और भर्तियां आयोजित की जानी चाहिए ताकि युवा केंद्रित रहें और गुमराह न हों. उन्होंने कहा, हम सरकार से बेरोजगारी से निपटने के लिए पुलिस और सेना दोनों के लिए और अधिक भर्ती अभियान चलाने का आग्रह करते हैं.
वहीं, अधिकारियों ने कहा कि सेना भर्ती रैली बारामूला, कुपवाड़ा, गांदरबल, बडगाम और बांदीपोरा के पात्र उम्मीदवारों के लिए दस्तावेज़ सत्यापन, शारीरिक जांच और चिकित्सा परीक्षा के लिए एक संगठित मंच प्रदान करती है. सेना ने भर्ती प्रक्रिया निर्धारित की है, जिसमें 11 और12 नवंबर को बारामूला, 13 नवंबर को गांदरबल और बडगाम और 14 नवंबर को कुपवाड़ा और बांदीपोरा के उम्मीदवारों की जांच की जाएगी.
उपलब्ध पदों में सैनिक सामान्य ड्यूटी, क्लर्क, शेफ और कारीगर वुडवर्कर और उपकरण मरम्मत जैसे विशेष ट्रेड शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, 16 और 17 नवंबर को दो दिन किसी भी लंबित मेडिकल संबंधी परीक्षाओं को पूरा करने की अनुमति होगी.
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