कोयंबटूर (तमिलनाडु): तेलंगाना के साढ़े तीन साल के बच्चे ने 195 देशों के झंडे पहचान कर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है. तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के रहने वाले भार्गव तेजा कोयंबटूर स्थित अन्नामलाई टाइगर रिजर्व में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं. उनकी पत्नी का नाम स्नेहा है. उनका बेटा विराज गुरपति अभी साढ़े तीन साल का है और नर्सरी में पढ़ रहा है.
विराज स्कूल में रहते हुए पाठों को याद करने में बहुत अच्छा है. इसलिए उसके माता-पिता उसकी याददाश्त बढ़ाने के लिए कई तरह के अभ्यास करवाते रहे हैं. भार्गव के अनुसार, उन्होंने अपने बेटे को दुनिया के सभी देशों के झंडे पहचानने की ट्रेनिंग दी है. विराज 195 देशों के झंडे पहचानता है. इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने विराज की इस विलक्षण प्रतिभा को देखते हुए उसे सुपर टैलेंटेड किड और आईबीआर अचीवर का खिताब दिया है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में विराज के माता-पिता ने कहा, "मेरे बेटे विराज ने 195 देशों के झंडों को पहचानकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में कीर्तिमान स्थापित किया है. खुशी है कि विराज ने साढ़े तीन साल की उम्र में कीर्तिमान स्थापित किया है. वह हर चीज को आसानी से समझ लेता है. देशों के झंडों के नामों के अलावा वह विभिन्न जानवरों, फलों, आकृतियों और रंगों के नाम भी आसानी से पहचान लेता है और बोल लेता है."
डांस का प्रशिक्षण
उन्होंने बताया कि विराज को डांस समेत अन्य गतिविधियों में भी काफी रुचि है, इसलिए वे उसे प्रशिक्षण दे रहे हैं. इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने उसकी प्रतिभा को पहचानते हुए उसे सुपर टैलेंट किड का खिताब और आईबीआर अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया है. हम उसकी प्रतिभा को पहचान कर उसे निखारने का प्रयास करेंगे.
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