चेन्नई:भारतीय वायुसेना की 92वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में चेन्नई के मरीना बीच पर आज एयर एडवेंचर शो का आयोजन किया गया. इस एयर शो में भारत का गौरव कहे जाने वाले स्वदेश निर्मित लाइट कॉम्बैट एयरक्रॉफ्ट तेजस के अलावा राफेल, मिग-29, सुखोई एसयू-30 एमकेआई जैसे फाइटरजेट ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम में भारी भीड़ उमड़ी, जिससे आसमान में विस्मय और उत्साह भर गया.
इस अवसर पर आयोजित समारोह में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह मौजूद रहे. इस एयर शो को देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक पहुंचे. इस वर्ष का कार्यक्रम 'भारतीय वायु सेना- क्षमता, शक्ति, निर्भरता' थीम पर आधारित रहा.
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कार्यक्रम का आयोजन सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच मरीना बीच पर किया गया. इस दौरान लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों ने हवाई करतब दिखाए. इसे देख दर्शक रोमांचित हो उठे. इस मेगा इवेंट में कुल 72 विमानों ने हिस्सा लिया. इस प्रदर्शन के दौरान तांबरम से मरीना बीच तक लड़ाकू विमानों ने रोमांचकारी प्रदर्शन किए. भारतीय वायु सेना की सारंग हेलीकॉप्टरों ने हैरान कर देने वाले प्रदर्शन किए.
वायुसेना की 92वीं वर्षगांठ एयर शो (ANI VIDEO)
इससे पहले 2003 में इसका आयोजन किया गया था. आमतौर पर दिल्ली में आयोजित होने वाले इस शो के लिए इस साल चेन्नई को चुना गया. शुक्रवार को इस कार्यक्रम के लिए रिहर्सल सफलतापूर्वक संपन्न हुई. जिसमें सुखोई-30, एमआई-17 हेलीकॉप्टर, एचएएल तेजस और राफेल जेट जैसे विमानों ने हिस्सा लिया.
नाटकीय बचाव अभियान के साथ शुरुआत: एयर शो की शुरुआत भारतीय वायुसेना की गरुड़ कमांडो टीम द्वारा किए गए एक रोमांचक बंधक बचाव अभियान से हुई. राष्ट्रविरोधी तत्वों को बेअसर करने के इस प्रदर्शन में एएन-32 विमान ने स्क्वाड्रन लीडर लक्षिता पराशर के नेतृत्व में आकाश गंगा टीम के पाथफाइंडर को उतारा. सटीक समन्वय के साथ, एमआई 17 वी5 हेलीकॉप्टरों ने कमांडो को लक्ष्य क्षेत्र में उतारा.
आसमान में महिला शक्ति:इस शो में भारतीय वायुसेना के भीतर महिला सशक्तिकरण को गर्व से दिखाया गया, जिसमें कई महिला अधिकारियों ने नेतृत्व किया. वहीं स्क्वाड्रन लीडर भावना कंठ और अवनी चतुर्वेदी ने दुर्जेय सुखोई Su-30MKI को उड़ाया. जबकि स्क्वाड्रन लीडर मोहना सिंह ने HAL तेजस लड़ाकू विमान की बागडोर संभाली जबकि स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह ने राफेल उड़ाया, जबकि अन्य महिला अधिकारियों ने मिग-29 को संभाला.
हवाई कार्रवाई: पैराट्रूपर्स से हेलीकॉप्टर तक-आकाश गंगा टीम के पैराट्रूपर्स ने AN-32 विमान से छलांग लगाई, और तेजी से लक्ष्य की ओर उतरे. आगरा वायुसेना से आए इन विशिष्ट प्रशिक्षकों ने उतरते समय बेजोड़ सटीकता दिखाई. इसके बाद Mi 17 हेलीकॉप्टरों ने कमांडो को उड़ाया, जिन्हें विंग कमांडर नागेश कुमार और राजू ने उड़ाया, जिन्होंने फिसलन भरे ऑपरेशन को बखूबी अंजाम दिया. बचाव अभियान का समापन आकाश गंगा टीम के आठ पैराट्रूपर्स द्वारा भारतीय तिरंगे में पैराशूट दिखाते हुए, समुद्र तट पर शानदार तरीके से उतरने के साथ हुआ, जो मिशन की जीत का प्रतीक था.
आसमान में शानदार प्रदर्शन:दर्शकों को धीमी गति से चलने वाले हेलीकॉप्टरों से लेकर सुपरसोनिक लड़ाकू विमानों तक,अपने कौशल का प्रदर्शन करने वाले विभिन्न विमानों का आनंद मिला.सबसे खास पलों में से एक था तांबरम फ्लाइट इंस्ट्रक्टर स्कूल के चार चीता हेलीकॉप्टरों का दिखना, जिसकी पृष्ठभूमि में एआर रहमान का वंदे मातरम बज रहा था. हेलीकॉप्टरों ने राष्ट्रीय ध्वज और भारतीय वायुसेना के झंडे को लेकर एक फॉर्मेशन में उड़ान भरी, जिससे रोंगटे खड़े हो गए.
इसके बाद, चेन्नई लाइटहाउस के पास राफेल सुपरसोनिक जेट के आगमन से आसमान में गर्जना हुई, जिसे आसमान में पटाखे के फटने जैसा लगा. इसके बाद एचएएल प्रचंड लाइट हेलीकॉप्टर आए, साथ ही डकोटा और हार्वर्ड जैसे हेरिटेज विमान भी आए, जिनकी विरासत को शानदार और शक्तिशाली उड़ान के रूप में प्रदर्शित किया गया.
हैरतअंगेज लड़ाकू विमानों का युद्धाभ्यास:सुखोई Su-30MKI ने रोमांचकारी लूप टम्बल यॉ का प्रदर्शन करते हुए साहसिक स्टंट करके सुर्खियां बटोरीं. वहीं स्नैप रोल्स ने अपने तेज़ घुमाव दिखाए, जबकि वर्टिकल चार्ली में लड़ाकू विमान सीधा ऊपर की ओर उछलता हुआ, सर्पिल बनाता हुआ और अपने पीछे जलते हुए निशान छोड़ता हुआ दिखाई दिया. एक अन्य ऐतिहासिक क्षण में, तेजस लड़ाकू विमानों ने अपना विशिष्ट 'रेड आई टर्न' किया, जो एक तेज़, तेज़ गति वाला मोड़ था जिसने विमान की प्रभावशाली चपलता और गति को प्रदर्शित किया. इसके बाद 'स्नैप रोल्स' और रजनीकांत की फ़िल्म से एआर रहमान के प्रतिष्ठित गीत 'नेरुप्पुडा' की पृष्ठभूमि में एक ऊर्ध्वाधर चढ़ाई की गई, जिसने अपने स्वदेशी विमान में राष्ट्र के गौरव को मजबूत किया.
सारंग हेलीकॉप्टर प्रदर्शन टीम :सारंग हेलीकॉप्टर प्रदर्शन टीम के आसमान पर छा जाने से भीड़ का उत्साह चरम पर पहुंच गया. छह हेलीकॉप्टरों द्वारा निष्पादित उनका योद्धा स्वरूप विशेष रूप से सार्थक था, क्योंकि चेन्नई के मूल निवासी विंग कमांडर गोकुल कृष्णन और तमिलनाडु के 'थलपति' आकाश ने शो का नेतृत्व किया. हेलीकॉप्टरों ने डॉल्फिन चाल, हीरे की लहरें और सिंक्रोनाइज्ड बैंकिंग जैसे मंत्रमुग्ध कर देने वाले करतब दिखाए. हेलीकॉप्टरों ने आसमान में दिल बनाने के लिए ईंधन का धुआं छोड़ा, दर्शकों को विस्मय में डाल दिया। ग्रैंड फिनाले में हेलीकॉप्टरों ने तमिलनाडु के दर्शकों को अजित कुमार के 'सर्वाइवा' की ध्वनि के साथ आसमान में 'Y' लिखकर धन्यवाद दिया.
एक शानदार समापन: सूर्य किरण एरोबैटिक टीम-ग्रैंड फिनाले में भारतीय वायु सेना के सबसे बड़े विमान, C17 के साथ सूर्य किरण एरोबैटिक टीम थी. नौ विमानों वाली इस टीम ने हीरे की संरचना और उल्टे-सीधे करतब जैसे शानदार करतब दिखाए. चेन्नई के ही ग्रुप कैप्टन सिद्धेश कार्तिक द्वारा संचालित टीम के एक विमान ने फॉर्मेशन से अलग होकर एकल स्टंट किए, जिससे भीड़ चकित रह गई. शो का समापन टीम द्वारा बहुत ऊंचाई से गोता लगाने के साथ हुआ, जिससे आसमान में धुएं के निशान बने, जिससे भारतीय तिरंगा बन गया.
एयर शो का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज! चेन्नई मरीना में आयोजित भारतीय वायु सेना (IAF) द्वारा उड़ान साहसिक कार्यक्रम को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है!. इसने दुनिया के सबसे अधिक भाग लेने वाले उड़ान साहसिक कार्यक्रम का रिकॉर्ड बनाया है. इस दौरान भारतीय वायु सेना के विभिन्न प्रकार के 72 विमानों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए हवाई करतब दिखाए.
इन अद्भुत रोमांच को 15 लाख से अधिक लोगों ने देखा है.इस वजह से इसे लिम्का बुक ने दुनिया में सबसे अधिक भाग लेने वाले उड़ान साहसिक कार्यक्रम होने का रिकॉर्ड बनाया है.21 साल बाद आयोजित हवाई साहसिक कार्यक्रम को कोवलम से एन्नोर तक ईस्ट कोस्ट रोड पर और ऊंची इमारतों की छतों पर आम जनता ने देखा.यह अब तक के सबसे बड़े एयर शो में से एक है.वायुसेना का वार्षिक समारोह लंबे समय से राजधानी दिल्ली में आयोजित होता आ रहा है.ऐसे में इसे दिल्ली से बदलकर दूसरे शहरों में आयोजित किया गया, ताकि दूसरे शहरों में भी लोग वायुसेना के कारनामों को देख सकें. इस दौरान मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, उनकी पत्नी दुर्गा स्टालिन, उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन और अन्य लोगों ने वायुसेना के साहसिक कार्यक्रम को दिलचस्पी से देखा.
भारी भीड़ के बीच चार लोगों की मौत, 230 लोग बेहोश :चेन्नई के मरीना बीच पर भारतीय वायु सेना (IAF) का एयर शो में भारी भीड़ के कारण एक बुजुर्ग व्यक्ति सहित चार लोगों की मौत हो गई. रोमांचकारी हवाई प्रदर्शनों के बावजूद, पानी और चिकित्सा सहायता जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण कई लोग चिलचिलाती धूप में फंसे रहे, जिसके कारण 230 से अधिक लोग बेहोश हो गए.
इसमें जॉन (56), कार्तिकेयन, श्रीनिवासन और दिनेश कुमार की अस्पताल ले जाने के बाद मौत हो गई. वहीं कार्यक्रम प्रबंधन को लेकर आलोचना की गई है, जिसमें उपस्थित लोगों ने इतनी बड़ी भीड़ के लिए योजना की कमी की ओर इशारा किया है.