चेन्नई: तमिलनाडु में साइबर वित्तीय धोखाधड़ी के कारण इस साल जनवरी से सितंबर के बीच लोगों को 1116 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इस बात की जानकारी राज्य की साइबर अपराध पुलिस ने दी. यह चिंताजनक आंकड़ा क्षेत्र में साइबर अपराध के बढ़ते खतरे को उजागर करता है और बढ़ती जागरूकता और घटनाओं की तुरंत रिपोर्टिंग की तत्काल आवश्यकता पर जोर देता है.
साइबर अपराध शाखा ने इन नुकसानों को कम करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं. पुलिस के मुताबिक ऑटोमैटिक और मैन्युअल उपायों के माध्यम से 526 करोड़ रुपये को सफलतापूर्वक फ्रीज किया गया है. इसके अतिरिक्त, अधिकारियों ने 48 करोड़ रुपये वापस प्राप्त किए हैं, जिन्हें इन धोखाधड़ी के पीड़ितों को वापस कर दिया गया है.
91 हजार से ज्यादा शिकायतें
ये आंकड़े एक व्यापक प्रवृत्ति का हिस्सा हैं, क्योंकि राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल ने इस अवधि के दौरान कुल 91161 शिकायतें दर्ज की हैं. साइबर अपराध शाखा ने फिशिंग, केवाईसी फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट सहित विभिन्न प्रकार की वित्तीय धोखाधड़ी की पहचान की है.