रांचीः सेंट्रल यूनिर्वसिटी ऑफ झारखंड जैसा प्रतिष्ठित संस्थान घटिया भोजन को लेकर विवादों में हैं. हॉस्टल के छात्रों का कहना है कि 27 जनवरी की रात परोसे गये भोजन में मरा हुआ चूहे का बच्चा मिला था. भोजने खाने वाले करीब 20 छात्र बीमार पड़ गये थे. इससे छात्र आक्रोशित हैं. व्यवस्था सुधारने की मांग को लेकर एडमिन ब्लॉक के सामने 27 दिसंबर की रात से मास कॉम और इंजीनियरिंग के करीब 30 छात्र धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
इस बारे में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट वेलफेयर के डीन अनुराग लिंडा ने बताया कि छात्रों ने उन्हें मरा हुआ चूहा दिखाया था. इसको लेकर मेस संचालक साकेत जैन से बात की गई है. उनकी दलील है कि जिस चूहे की बात हो रही है, वो बिल्कुल नया जन्मा प्रतीत हो रहा है. अगर भोजन पकाने के दौरान चूहा का बच्चा गिरा होता तो कुकर के प्रेशर में पूरी तरह गल गया होता. उनका यह भी कहना है कि कई छात्रों ने लंबे समय से मेस का पैसा नहीं दिया है.
इधर, छात्रों की दलील है कि हॉस्टल में रह रहे छात्रों से भोजन मद में हर माह 2,600 रु. लिए जाते हैं. इसके बावजूद ढंग का खाना नहीं दिया जाता है. 27 जनवरी की रात करीब 8 बजे भोजन परोसा जा रहा था. छात्र खाना खा रहे थे. इसी दौरान भोजन में चूहे का बच्चा मिला. कुछ देर बाद कई छात्रों ने पेट दर्द और उल्टी की शिकायत की. यहीं से बात बिगड़ गई. छात्र आक्रोशित हो गये. जानकारी के मुताबिक 27 जनवरी की रात छात्रों ने जमकर हंगामा भी किया है. तोड़फोड़ भी की गई है. लेकिन सीयूजे प्रबंधन ने छात्रों की बात को गंभीरता से नहीं लिया.
छात्रों ने मेस में जड़ा ताला