सिलीगुड़ी : उत्तर पूर्वी राज्य सिक्किम लगातार बारिश से बुरी तरह प्रभावित है, जिसके कारण शुक्रवार सुबह तक कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ. शुक्रवार सुबह उत्तरी और दक्षिणी सिक्किम में ताजा भूस्खलन हुआ. सिक्किम में भूस्खलन से अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है.
उधर, भूस्खलन के कारण सिक्किम में कम से कम 1500 पर्यटक फंसे हुए हैं. आम लोगों के साथ-साथ सिक्किम प्रशासन को भी इनकी चिंता है. बताया गया है कि आज सुबह दक्षिण सिक्किम के तुंग में लिंगसे, लिंगे और पेयोंग की मुख्य सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं.
इसके अलावा कौखोला और सनटेले इलाकों में भी भूस्खलन हुआ. जिससे उन इलाकों का सिंघथम से पूरा संपर्क बंद हो गया है. पर्यटकों को बचाने के लिए सिक्किम प्रशासन ने पहल की है. लेकिन मुख्य सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण बचाव कार्य रोक दिया गया है. उत्तरी सिक्किम में गुरुवार रात तक 223 मिमी बारिश हुई. दक्षिण सिक्किम में 120 मिमी बारिश हुई है.
सिक्किम प्रशासन पर्यटकों को बचाने के लिए कोई वैकल्पिक मार्ग ढूंढने में जुटा है. प्रशासन सेना से मदद मांगने पर विचार कर रहा है. लेकिन खराब मौसम के कारण एयरलिफ्ट संभव नहीं है.
मदद की दरकार :बताया जा रहा है कि सिक्किम से लाचेन जाने वाली मुख्य सड़क पर बना संगेकेलांग पुल गुरुवार रात क्षतिग्रस्त हो गया. ऐसे में लाचेन और अन्य इलाकों में फंसे पर्यटकों को तुंग चेक पोस्ट पर लाया गया है. लेकिन फिर उन्हें और नीचे नहीं लाया जा सका. वहां से एयरलिफ्टिंग के अलावा पर्यटकों के लिए गंगटोक लौटने का कोई दूसरा रास्ता नहीं है. इसलिए कहा जा रहा है कि सिक्किम प्रशासन भारतीय सेना से मदद की गुहार लगाने जा रहा है. इस बीच कलिम्पोंग के तीस्ताबाजार, मल्ली की तस्वीर बेहद खराब थी जिसके चलते प्रशासन को सेना से मदद मांगनी पड़ी.
हर घर में नदी का पानी घुस गया है. कहीं-कहीं तो घर के अंदर गाद भी जमा हो गई है. शुक्रवार को कलिम्पोंग, दार्जिलिंग सड़कें बंद कर दी गई हैं. तीस्ताबाजार से होकर दार्जिलिंग जाने वाला रास्ता भी बंद है. छोटी गाड़ियां बिरिकधारा-मोंगपु-सिटोंग-टकदा के माध्यम से चल रही हैं.