हैदराबाद:सिक्किम विधानसभा चुनाव के लिए 19 अप्रैल को मतदान होगा. राज्य में विधानसभा की कुल 32 सीटों के लिए 146 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इनमें राष्ट्रीय दलों के 43, क्षेत्रीय दलों के 64 और गैर-मान्यता प्राप्त दलों के 31 प्रत्याशी शामिल हैं. एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, चुनाव लड़ रहे 146 में से 102 उम्मीदवार करोड़पति हैं. जबकि आठ उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, यानी पांच प्रतिशत दागी उम्मीदवार चुनाव मैदान हैं. 2019 के चुनाव में 150 में से सिर्फ चार उम्मीदवार (तीन प्रतिशत) आपराधिक छवि के थे. इस बार दागी उम्मीदवारों की संख्या दो प्रतिशत बढ़ी है. आपराधिक छवि वाले सभी उम्मीदवार क्षेत्रीय दलों से हैं. भाजपा या कांग्रेस ने इस बार राज्य में किसी दागी नेता को टिकट नहीं दिया है.
चुनाव की निगरानी करने वाली निजी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने सभी उम्मीदवारों के चुनावी हलफनामों का विश्लेषण किया है. रिपोर्ट के अनुसार, छह उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. जबकि पिछले चुनाव में ऐसे चार उम्मीदवार थे, जिन्होंने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामलों की जानकारी दी थी.
70 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में चुनाव लड़ रहे कुल 146 में से 102 उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ से ज्यादा है. यानी 70 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में 150 में से 64 उम्मीदवार (43 प्रतिशत) करोड़पति थे. वहीं, 62 उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति पांच करोड़ रुपये या उससे अधिक घोषित की है, जबकि 24 उम्मीदवारों की संपत्ति दो करोड़ से पांच करोड़ रुपये के बीच है. सिर्फ 16 उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति 10 लाख रुपये से कम घोषित की है.
प्रमुख दलों ने धनी उम्मीदवारों पर जताया भरोसा
एडीआर की रिपोर्ट से पता चलता है कि सिक्किम विधानसभा चुनाव में इस बार सभी प्रमुख दलों ने धनी उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है. क्षेत्रीय दल सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) के 32 में 31 उम्मीदवार करोड़पति हैं. इसी तरह सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के 32 में से 28 उम्मीदवार करोड़पति हैं.