शिवसेना यूबीटी नेता हत्याकांड: अभिषेक के पिता ने की अपील- 'बंद करें घोसालकर परिवार की बदनामी'
shivsena UBT leader murder case : शिवसेना (यूबीटी) नेता अभिषेक घोसालकर को फेसबुक लाइव के दौरान गोली मार दी गई थी. हमलावर मौरिस ने भी खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. अब अभिषेक के पिता विनोद घोसालकर का बयान सामने आया है. उन्होंने अपील की है कि परिवार की बदनामी बंद की जाए.
मुंबई : शिवसेना ठाकरे ग्रुप के पूर्व नगरसेवक अभिषेक घोसालकर की मौरिस ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद हर स्तर से गुस्सा और विरोध जताया जा रहा है. अब अभिषेक घोसालकर के पिता विनोद घोसालकर ने एक बयान जारी कर परिवार की बदनामी बंद करने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि 'मेरे बेटे अभिषेक की धोखे से बेरहमी से हत्या कर दी गई. यह मेरे परिवार के लिए बहुत बड़ा झटका है. हमारे ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. इस बीच बेबुनियाद आरोप लगाकर मुझे, मेरे बेटे और मेरे परिवार को बदनाम करने का घिनौना सिलसिला जारी है. ऐसे झूठे आरोप बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.' शिवसेना के उपनेता विनोद घोसालकर ने बयान जारी कर कहा है कि 'मेरी और मेरे परिवार की मानहानि तुरंत बंद की जाए.'
बीते दिनों बोरीवली में पूर्व शिवसेना पार्षद अभिषेक घोसालकर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. आरोप है कि इस घटना के बाद घोसालकर को लेकर आपत्तिजनक बातें फैलाई जा रही हैं. अभिषेक के पिता विनोद घोसालकर ने एक बयान के जरिए इस घिनौने कृत्य को रोकने की अपील की है.
विनोद घोसालकर ने कहा कि 'मैं 1982 से राजनीति में सक्रिय हूं. हिंदू हृदयसम्राट शिव सेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के 80 प्रतिशत राजनीति और 20 प्रतिशत सामाजिक कारणों के फॉर्मूले का पालन कर रहा हूं, मैंने और मेरे बेटे अभिषेक ने पूरी निष्ठा से राजनीति और सामाजिक कार्य किए. बेदाग होकर हम सामाजिक जीवन में चलते हैं. हमारे ऊपर कोई दाग नहीं है. मैं मुंबई नगर निगम में नगरसेवक के रूप में चुना गया था. उसके बाद मैं विधान सभा के लिए चुना गया. बेटे अभिषेक, बहू तेजस्वी भी पार्षद चुने गए. हमें जनता का प्यार और विश्वास मिला. हमने उसे कभी टूटने नहीं दिया. हमने निस्वार्थ भाव से जनता की सेवा की.'
उन्होंने कहा कि 'मेरे बेटे अभिषेक की विश्वासघाती हत्या हमारे लिए बहुत बड़ा झटका है. हमारे ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. इस बीच बेबुनियाद आरोप लगाकर हमारे राजनीतिक जीवन को बर्बाद करने की साजिश रची जा रही है. घिनौने ढंग से हमारी बदनामी हो रही है. कृपया इस मानहानि को तुरंत रोकें.'
उन्होंने कहा कि 'मैं ईमानदारी से अनुरोध करता हूं. अगर हमने कोई अपराध किया है और उसके सबूत हैं तो कृपया शिकायत दर्ज करें. लेकिन झूठे आरोप बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. दिवंगत अभिषेक घोसालकर पर लगाए गए आरोप एक मृत व्यक्ति की खोपड़ी पर मक्खन लगाने का घृणित रूप हैं.'