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सेमीकंडक्टर नीति से भारत के रक्षा विनिर्माण को मिलेगी नई ऊर्जा : नौसेना प्रमुख - NAVY CHIEF ON SEMINCONDUCTORS

नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा है कि इस साल आधुनिकीकरण बजट का 25 प्रतिशत निजी रक्षा उद्योग के लिए निर्धारित है.

NAVY CHIEF ON SEMINCONDUCTORS
नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी की फाइल फोटो. (X/@indiannavy)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 25, 2025, 10:26 AM IST

मुंबई: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा है कि भारत की सेमीकंडक्टर नीति अनिवार्य रूप से 'अर्थव्यवस्था के लिए नई ऊर्जा' का काम करेगी. उन्होंने कहा कि यह रक्षा विनिर्माण में सुधार के लिए महत्वपूर्ण है.

वह सोमवार को मुंबई में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निजी क्षेत्र से भी आगे आने को कहा. उन्होंने कहा कि अगर भारत को आत्मनिर्भर बनना है, तो निजी उद्योग को रक्षा विनिर्माण में आगे आना होगा.

एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने इस साल इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (iDEX) योजना के लिए 450 करोड़ रुपये अलग रखे हैं, जिसका उद्देश्य स्टार्टअप और छोटे और मध्यम उद्यमों (SME) को इनोवेशन में मदद करना है.

उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने हमारे आधुनिकीकरण बजट का 75 प्रतिशत रक्षा उद्योग के लिए निर्धारित किया है, जो लगभग 1 लाख करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि इसमें भी निजी रक्षा उद्योग के लिए 25 प्रतिशत बजट निर्धारित किया गया है.

नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा कि इस वर्ष, iDEX योजना के लिए 450 करोड़ रुपये सफलतापूर्वक आवंटित किए गए हैं. एडमिरल त्रिपाठी ने कहा है कि 2018 में अपनी स्थापना के बाद से, iDEX ने लगभग 400 अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए हैं. सेमीकंडक्टर नीति से सकारात्मक उम्मीदें हैं, खासकर प्रौद्योगिकी-संचालित नौसेना के लिए.

उन्होंने कहा कि यह नई नीति निश्चित रूप से नागरिक और रक्षा दोनों क्षेत्रों को लाभान्वित करेगी. यह अनिवार्य रूप से अर्थव्यवस्था नई ऊर्जा की तरह काम करेगी.

एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि नई नीतियों में छोटी परियोजनाओं के लिए 1.5 करोड़ रुपये तक का अनुदान दिया जाता है, जबकि अदिति योजना आला प्रौद्योगिकियों के लिए 25 करोड़ रुपये तक का वित्तपोषण प्रदान करती है. उन्होंने नौसेना की भविष्य की प्रौद्योगिकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उद्योग जगत के नेताओं के साथ सहयोग का आह्वान किया और कहा कि बल 'पूरी तरह से शामिल होना और आपके साथ काम करना चाहता है'.

उद्योग के साथ काम करने के लिए नौसेना के नए दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि हम ग्राहक से सहयोगी, व्यापारी से भागीदार बन गए हैं. उन्होंने कहा कि उद्योग से संपर्क करने, प्रस्तावित प्रौद्योगिकियों, समय सीमा को समझने और वर्तमान में जिन चीजों की कमी है, उन्हें अपनाने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है.

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