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केदारघाटी में मिसिंग लोगों का सटीक आंकड़ा 'लापता',  तलाश जारी,  अबतक 6 शव बरामद - Kedarnath Rescue Update

Kedarnath Route Disaster Deaths And Missing People Number: केदार घाटी में आसमान से बरसी आफत से मची तबाही के बाद लगातार शव बरामद हो रहे हैं. बीती रोज भी तीन शव बरामद किए गए, लेकिन केदार घाटी में आपदा की रात कुल कितने लोग थे, कितने लोग लापता हैं और कितने लोगों ने अपने परिजनों की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई है? इसकी सटीक जानकारी किसी के पास नहीं है. वहीं, उत्तराखंड आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने इन्हीं से जुड़े तमाम सवालों के जवाब दिए.

Disaster Secretary Vinod Kumar Suman On Kedarnath Disaster
केदार घाटी में तबाही के बाद लोग लापता (फोटो- ETV Bharat GFX)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 16, 2024, 6:43 PM IST

Updated : Aug 16, 2024, 8:04 PM IST

जानकारी देते आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन (वीडियो- ETV Bharat)

देहरादून:रुद्रप्रयाग स्थित केदार घाटी मेंबीती 31 जुलाई की रात को बारिश से भारी तबाही मची. इस आपदा को 15 दिन पूरे हो चुके हैं. 16वें दिन भी केदार घाटी में लगातार शवों को ढूंढने के साथ केदारनाथ पैदल मार्ग के सुधारीकरण का काम जारी है. केदारनाथ यात्रा में अभी तक 183 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें से 177 लोगों ने स्वास्थ्य खराब होने के कारण जान गंवाई जबकि, 6 लोग बीती 31 जुलाई को आई आपदा की वजह से मारे गए हैं.

केदार घाटी में मिले 3 शव, गाजियाबाद के रहने वाले थे दो लोग:केदार घाटी में आई आपदा की वजह से मरने वालों की संख्या 6 पहुंच गई. इनमें से 3 शवों को शुरुआती सर्च एंड रेस्क्यू अभियान के दौरान बरामद कर लिया गया था तो वहीं 3 लोगों के शव 14 दिन बाद यानी 15 अगस्त को बरामद किए गए. बीती रोज बरामद हुए 3 शव में से दो लोग गाजियाबाद के रहने वाले थे. जबकि, एक शव की शिनाख्त किया जाना बाकी है.

केदारनाथ पैदल रूट पर रास्ता वॉश आउट (फोटो सोर्स- SDRF)

आपदा प्रबंधन के पास लापता लोगों की सही जानकारी नहीं:केदार घाटी के ताजा हालातों के सवालों के जवाब में आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन का कहना है कि केदारनाथ पैदल मार्ग गौरीकुंड से लेकर केदारनाथ धाम तक 29 जगहों पर बादल फटने की वजह से मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ. इस पैदल मार्ग पर 10 हजार से ज्यादा लोगों का सकुशल रेस्क्यू किया गया तो वहीं अब तक यहां पर 6 लोगों का शव बरामद हुआ है.

मलबे के नीचे से शव बरामद (फोटो सोर्स- SDRF)

वहीं, केदार घाटी में आपदा की रात कितने लोग भूस्खलन के जद में आए या मलबे के नीचे दबे या फिर बहे, इसका सही-सही आंकड़ा आपदा प्रबंधन विभाग के पास भी मौजूद नहीं है. आपदा प्रबंधन सचिव विनोद सुमन से जब पूछा गया कि कितने परिवारों ने अपने लोगों के लापता होने की शिकायत दी है, इस पर वो सही आंकड़ा नहीं दे पाए.

भारी बारिश से सड़क वॉश आउट (फोटो सोर्स- SDRF)

इसके अलावा गुमशुदगी की शिकायत के आंकड़े और उनको लेकर की जा रही कार्रवाई को लेकर उत्तराखंड आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन का कहना है कि अधिकांश लोग अपने घर पहुंच गए हैं, बहुत कम लोगों के लापता होने की पुष्टि हुई है और इनकी संख्या बताया जाना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति यहां आया है उसको सकुशल ढूंढना हमारा काम है, वो काम लगातार जारी है.

केदारघाटी में रेस्क्यू कार्य (फोटो सोर्स- SDRF)

केदारनाथ धाम का पैदल मार्ग खुला, लेकिन अभी जोखिम बरकरार:आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि 31 जुलाई की रात आई दैवीय आपदा के चलते केदार घाटी में गौरीकुंड से लेकर केदारनाथ धाम तक 29 जगहों पर मार्ग टूटा था. इनमें से ज्यादातर जगहों को दुरुस्त कर लिया गया है और अस्थायी तौर पर यहां आवाजाही की जा सकती है.

यात्रियों का रेस्क्यू करते जवान (फोटो सोर्स- SDRF)

उन्होंने बताया कि तमाम अलग-अलग कार्यदायी संस्थाओं के 300 से ज्यादा लोग इस मार्ग को खोलने में लगे जुटे थे. हालांकि, आपदा प्रबंधन सचिव का ये भी कहना है कि अभी लगातार बारिश हो रही है. मार्ग अभी बिल्कुल सही तरह यानी स्थायी रूप से सही नहीं हुआ है. बरसात आने पर दोबारा टूट सकता है.

उन्होंने कहा कि यात्रियों से अपील की जा रही है कि वो खराब मौसम और बरसात के दौरान आगे ना बढ़ें. वहीं, उत्तराखंड एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्राका कहना है कि उनकी टीम लगातार केदार घाटी में मार्ग खोलने और लापता लोगों की तलाश में लगी हुई है.

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Last Updated : Aug 16, 2024, 8:04 PM IST

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