मुंबई :महाविकास अघाड़ी ने अभी तक लोकसभा सीट बंटवारे पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया है, लेकिन कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद संजय निरुपम उत्तर पश्चिम मुंबई लोकसभा सीट के लिए उद्धव ठाकरे की शिवसेना द्वारा अमोल कीर्तिकर की उम्मीदवारी की घोषणा से काफी नाराज हैं. उन्होंने इस बारे में 'एक्स' पर एक पोस्ट शेयर किया है. मुंबई में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन पर संजय निरुपम के अपने विचार व्यक्त करने की उम्मीद है.
लोकसभा चुनाव से पहले महाविकास अघाड़ी में सीटों को लेकर खींचतान जारी है. मुंबई में कुछ जगहों पर इसकी खूब चर्चा हो रही है. कांग्रेस के पूर्व सांसद संजय निरुपम पिछले कई सालों से मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी ठोकते रहे हैं. कांग्रेस पार्टी इस सीट से संजय निरुपम को उम्मीदवार बनाने पर भी विचार कर रही है.
इस बीच शनिवार को जब शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इस सीट से अमोल कीर्तिकर की उम्मीदवारी की घोषणा की तो संजय निरुपम असमंजस में पड़ गए हैं. ऐसे में संजय निरुपम ने 'एक्स' पर पोस्ट कर कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ शिवसेना के नेताओं से भी इस बारे में पूछा. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा है कि ठाकरे गुट कांग्रेस पर दबाव की तकनीक अपना रहा है.
पोस्ट में क्या लिखा :संजय निरुपम ने अपनी पोस्ट में कहा, 'शनिवार शाम को शेष शिवसेना प्रमुख ने उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार की घोषणा की. मुझे रात से ही इस बारे में फोन आ रहे हैं. ये केसे हो सकता हे? महाविकास अघाड़ी की दो दर्जन बैठकों के बाद भी अब तक सीटों के बंटवारे पर अंतिम फैसला नहीं हो सका है. साथ ही, सीट आवंटन बैठक में भाग लेने वाले कांग्रेस सहयोगियों ने मुझे बताया कि मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट भी लंबित 8-9 सीटों में से एक है. ऐसे में शिवसेना उम्मीदवार की घोषणा कैसे की जा सकती है? क्या यह गठबंधन धर्म का उल्लंघन नहीं है? या फिर जानबूझकर कांग्रेस को बदनाम करने के लिए ऐसा कृत्य किया जा रहा है? कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को इसमें तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए.'