इटावा :सैफई मेडिकल कॉलेज की पैरामेडिकल छात्रा की हत्या कर शव सड़क किनारे फेंक दिया गया. पुलिस ने इस मामले में छात्रा की मां की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले में मुख्य आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. उसके पैर में गोली लगी है. साथ ही वारदात में इस्तेमाल कार और वह पेचकस भी बरामद कर लिया,जिससे हत्या की गई. पुलिस की छानबीन में सामने आया है कि एकतरफा प्यार में आरोपी ने छात्रा को मौत के घाट उतार दिया. वह छात्रा के घर के पास ही रहता है. घटना को कैसे अंजाम दिया गया, इस बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है. इससे पहले गुरुवार रात को छात्रा की हत्या की जानकारी होने पर मेडिकल कॉलेज के छात्र आक्रोशित हो गए. उन्होंने ट्रामा सेंटर के सामने हंगामा किया. इसके बाद शुक्रवार दिन में भी करीब 600 छात्राएं कैंपस में एकजुट हुईं और प्रदर्शन कर रही हैं. हंगामे की सूचना पर कई थानों की पुलिस वहां मौजूद है.
सोनई नदी पुल के पास सड़क किनारे मिला शव
गुरुवार देर शाम लगभग आठ बजे वैदपुरा पुलिस को सोनई नदी पुल के पास सड़क किनारे एक युवती का शव पड़ा होने की सूचना मिली. इस पर एसओ समित कुमार पुलिस बल के साथ पहुंच गए. वहां युवती की शिनाख्त का प्रयास किया गया तो उसके मेडिकल कॉलेज की छात्रा होने की बात पता चली. इस पर पुलिस रात लगभग साढ़े नौ बजे मेडिकल कॉलेज पहुंची. यहां छात्रा की पहचान हो गई. वह कुदरकोट, औरैया की रहने वाली थी.
क्लास में न होने पर परिजनों को दी गई सूचना
छात्रा एएनएम प्रथम वर्ष में थी और छात्रावास में रहती थी. पुलिस की पूछताछ में पता चला कि छात्रा सुबह करीब आठ बजे ओपीडी में ड्यूटी के लिए गई थी. वहां से एक बजे लौटकर आई थी. दो बजे से कक्षाएं चलती हैं. उसमें उसके शामिल न होने पर वार्डन नीलम शाह ने परिजनों को सूचना दी थी. पुलिस से छात्रा की हत्या की जानकारी मिलने पर छात्र आक्रोशित हो गए. बड़ी संख्या में छात्र ट्रामा सेंटर के बाहर जमा हो गए.
हत्या पर भड़के छात्र-छात्राएं, अखिलेश ने सरकार पर बोला हमला
छात्रों ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. सूचना पर वैदपुरा के साथ ही कई थानों का पुलिस पहुंच गई. देर रात ही तीन डॉक्टरों के पैनल से छात्रा का पोस्टमार्टम कराया गया. पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. वहीं इस घटना पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला है. कहा है -' सैफई यूनिवर्सिटी में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई छात्रा की मौत अत्यंत गंभीर विषय है. ये है उप्र में भाजपा के समय अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की घोषित नीति के जीरो हो जाने का एक और बेहद दुखद उदाहरण.'