पटना:बिहार में 2004 में तीन महिलाओं ने लोकसभा का चुनाव जीता था. 2009 में संख्या बढ़कर चार हो गई, लेकिन 2014 और 2019 में केवल तीन-तीन महिला सांसद ही बन पाई. बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर महिलाओं की भागीदारी बहुत कम है जबकि महिला लगातार वोट डालने में पुरुषों को मात दे रही हैं.
शिवहर और सिवान में साहब, बीवी का चुनाव!:इस बार भी महिलाओं की कुछ ही सीटों पर लड़ाई में दिख रही है और कुछ सीटों पर उनका जीतना तय माना जा रहा है क्योंकि लड़ाई दो महिलाओं के बीच ही है. इसमें शिवहर में जहां बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद के सामने आरजेडी की रितु जायसवाल हैं तो सिवान में बाहुबली शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब जदयू की विजय लक्ष्मी का सामना कर रही हैं.
मजबूत महिला उम्मीदवारों ने मुकाबला बनाया रोचक: ऐसे तो इस बार समस्तीपुर, सारण, पाटलिपुत्र, जमुई और वैशाली में भी मजबूत महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में है. वैशाली से वीणा सिंह 2019 में चुनाव भी जीत चुकी हैं. लोजपा रामविलास की टिकट पर फिर से मैदान में हैं. वहीं सारण और पाटलिपुत्र दोनों स्थान पर लालू प्रसाद यादव की बेटी चुनाव लड़ रही हैं. पाटलिपुत्र से लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती तीसरी बार चुनाव मैदान में है तो वहीं सारण से लालू प्रसाद यादव की सिंगापुर में रहने वाली बेटी रोहिणी आचार्य चुनाव मैदान में है.
बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद ठोक रही ताल :समस्तीपुर से लोजपा रामविलास ने जदयू मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा है. राजद ने जमुई से अर्चना रविदास को टिकट दिया है. ऐसे आधा दर्जन लोकसभा सीट महिला उम्मीदवारों के कारण चर्चा में है लेकिन जिन दो लोकसभा सीट की सबसे अधिक चर्चा है वह शिवहर और सिवान लोकसभा सीट है. शिवहर में बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद चुनाव मैदान में है. लवली आनंद पहले भी सांसद रह चुकी हैं.
सिवान से महिला उम्मीदवार का चुना जाना तय!: उनका मुकाबला राजद की रितु जायसवाल से है. इन्हीं दोनों के बीच हार जीत होना है. ऐसे में इस सीट पर एक महिला सांसद का चुना जाना तय माना जा रहा है तो सिवान में बाहुबली शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं. सिवान से इस बार जदयू ने 2019 में जीत हासिल करने वाली कविता सिंह को टिकट नहीं देकर विजयलक्ष्मी को मैदान में उतारा है. ऐसे तो आरजेडी ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को टिकट दिया है लेकिन मुकाबला विजयलक्ष्मी और हिना शहाब के बीच ही होना है. ऐसे में सिवान से भी किसी एक महिला सांसद का चुना जाना तय माना जा रहा है.
शिवहर में वैश्य वोट अधिक लेकिन राजपूत का दबदबा:बदलते हालात में लवली आनंद के लिए इस सीट को निकालना बहुत ज्यादा आसान नहीं है तो नामुमकिन भी नहीं है. शिवहर में 1686215 वोटर्स हैं. इसमें पुरुष मतदाता 896691 और महिला मतदाताओं की संख्या 789456 है.
शिवहर का जातीय समीकरण: अब जातीय समीकरण की बात करें तो शिवहर लोकसभा में सबसे अधिक वैश्य मतदाता हैं जो 25 फीसद के करीब हैं. दूसरे नंबर पर मुस्लिम वोटर हैं जो करीब 18 फीसद हैं. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अति पिछड़ा और पिछड़ा वोटर्स को जोड़ दिया जाए तो 30 से 35 फीसद के आसपास हैं. राजपूत वोटर 2 लाख के करीब हैं.
शिवहर में राजपूतों का दबदबा: शिवहर लोकसभा में राजपूत की संख्या बहुत ज्यादा नहीं है लेकिन इस लोकसभा में तीन विधायक राजपूत जाति से हैं. इसमें एक लवली आनंद के बेटे चेतन आनंद भी हैं. संख्या भले कम है लेकिन राजपूतों का दबदबा शिवहर में आज भी बरकरार है.
RJD ने रितु जायसवाल पर क्यों खेला दांव?: 1996 और 1998 में आनंद मोहन शिवहर लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं. राजपूत और वैश्य समीकरण के तहत जब वैश्य से रमा देवी को लाया गया तो भाजपा ने शिवहर लोकसभा से वर्ष 2009, 2014 और 2019 लोकसभा के तीनों चुनाव जीते. इस बार रमा देवी के स्थान पर ही लवली आनंद को मैदान में उतारा गया है. रामा देवी के टिकट कटने के बाद राजद ने चालाकी दिखाते हुए रितु जायसवाल को मैदान में उतारा है जो वैश्य समाज से आती हैं.
लवली आनंद Vs रितु जायसवाल: ऐसे तो शिवहर सीट पर राजद की रितु जायसवाल और एनडीए की लवली आनंद के बीच ही मुख्य मुकाबला है. लेकिन असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने राणा रंजीत सिंह को शिवहर में कैंडिडेट बनाया है, जिनके भाई राणा रणधीर सिंह इसी लोकसभा के अंदर मधुबन सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं.
वैश्य समाज में नाराजगी:राणा रंजीत सिंह के भाई चुनाव में गठबंधन धर्म निभाते हुए लवली आनंद का प्रचार कर रहे हैं. लवली आनंद और राणा रंजीत सिंह राजपूत हैं, जबकि रितु जायसवाल वैश्य. यदि राणा रणजीत सिंह राजपूत वोट काटने में सफल रहे तो लवली आनंद के लिए मुश्किलें बढ़ सकती है, क्योंकि वैश्य समाज रमा देवी के टिकट कटने से खुश नहीं है.
सिवान में 18 लाख मतदाता:जहां तक सिवान लोकसभा सीट की बात है सिवान लोकसभा में सिवान, बड़हरिया, दरौंदा, जीरादेई, रघुनाथपुर और दरौली विधानसभा सीट शामिल है. जिले में करीब 24 लाख से ज्यादा वोटर हैं. सिवान लोकसभा सीट पर करीब 18 लाख मतदाता हैं. इसमें 9,85,125 पुरुष और 7,90,829 महिला मतदाता हैं.
हिना शहाब Vs विजय लक्ष्मी कुशवाहा: जातियों के आधार पर संख्या देखें तो मुस्लिम 3 लाख, यादव 2.5, कुशवाहा 1.25 लाख, सहनी 80 हजार, अपर कास्ट 4 लाख और ईबीस 2.5 लाख है. एनडीए प्रत्याशी विजय लक्ष्मी कुशवाहा की बात करें तो वे पूर्व विधायक रमेश सिंह कुशवाहा की पत्नी हैं. रमेश सिंह कुशवाहा की राजनीति की शुरुआत माले से हुई.