नई दिल्ली: राज्यसभा उपचुनाव की वोटिंग से पहले ही भाजपा-एनडीए के 11 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. इसी के साथ ही एनडीए ने सदन में बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है. मंगलवार को नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख थी. बता दें, 9 राज्यों की 12 सीटों पर उपचुनाव से पहले ही ये परिणाम आए हैं. जीते हुए सभी कैंडीडेट्स असम, बिहार और महाराष्ट्र की दो-दो सीटों, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, त्रिपुरा, तेलंगाना और ओडिशा की एक-एक सीट पर विजयी हुए हैं. इनमें भारतीय जनता पार्टी के 9, कांग्रेस का एक, एनसीपी(अजित पवार) का एक और राष्ट्रीय लोक मोर्चा का एक कैंडीडेट निर्वाचित हुआ है. ऐसे में नौ कैंडिडेट के साथ बीजेपी की संख्या 96 हो गई है. एनडीए को जोड़ दिया जाए तो यह आंकड़ा 112 तक पहुंच जाता है.
जानकारी के मुताबिक 245 सदस्यों वाले संसद के उच्च सदन राज्यसभा में अभी भी 8 सीटें खाली हैं. इनमें जम्मू-कश्मीर की और मनोनीत सदस्यों की चार-चार सीटें हैं. कुल मिलाकर देखा जाए तो राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा 119 सदस्यों का हो रहा है. बता दें, एनडीए को छह मनोनीत और एक निर्दलीय का समर्थन मिला हुआ है. ऐसे में एनडीए बहुमत के आंकड़े को आसानी से हासिल कर चुकी है.
समय सीमा समाप्त होने के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू को राजस्थान से राज्यसभा सदस्य के रूप में निर्विरोध विजयी घोषित किया गया. इसी तरह भाजपा उम्मीदवार किरण चौधरी को हरियाणा, केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन को मध्य प्रदेश से और बिहार से एनडीए के उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा व भाजपा के मनन कुमार मिश्रा को राज्यसभा उपचुनाव में निर्विरोध विजयी घोषित किया गया. ओडिशा से भाजपा उम्मीदवार ममता मोहंती भी राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुनी गई हैं. असम से मिशन रंजन दास और रामेश्वर तेली, महाराष्ट्र से धैर्यशील पाटिल और त्रिपुरा से भट्टाचार्जी शामिल हैं.
वहीं, राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पटना में मीडिया से बात करते हुए प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि यह उनके लिए संसद में बिहार की आवाज उठाने का अवसर है.
राजस्थान से रवनीत बिट्टू निर्विरोध जीते
राजस्थान में राज्यसभा उपचुनाव के लिए तीन उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए थे, जिनमें से भाजपा का एक डमी उम्मीदवार था. नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 27 अगस्त थी. निर्दलीय उम्मीदवार बबीता वाधवानी का नामांकन पत्र 22 अगस्त को जांच के दौरान रद्द कर दिया गया था. भाजपा के डमी उम्मीदवार सुनील कोठारी ने शुक्रवार को अपना नामांकन वापस ले लिया था, जिससे रवनीत सिंह बिट्टू उपचुनाव में एकमात्र उम्मीदवार रह गए. राजस्थान विधानसभा के प्रमुख सचिव और चुनाव अधिकारी महावीर प्रसाद शर्मा ने मंगलवार को बिट्टू को निर्विरोध विजयी घोषित किया और उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान किया. कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल के लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद यह सीट खाली हुई थी. हालांकि, कांग्रेस ने राज्यसभा उपचुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया था.