नई दिल्ली: ठंडी हवा और बादलों से घिरा आसमान यह दर्शाता है कि बारिश का मौसम शुरू हो चुका है. बारिश के मौसम में हमें चिलचिलाती गर्मी से राहत मिलती है, लेकिन यह मौसम गर्मी में राहत के साथ-साथ खाद्य जनित बीमारियों, एलर्जी और वायरल और बैक्टीरियल संक्रमणों के जोखिम को भी लेकर आता है. ऐसे में बरसात के मौसम में बीमारियों से बचने के लिए स्वास्थ्य सुझावों का पालन करना काफी महत्वपूर्ण होता है.
बारिश होने के कारण तापमान में होने वाली उल्लेखनीय गिरावट से लोगों को वायरल बीमारियों, फ्लू और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में अगर किसी का इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो, लंबे समय से बीमार हो या फिर सांस संबंधी स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या है, तो उसे बेहद सावधान रहना चाहिए.
साथ ही आपको यह भी समझना चाहिए कि बारिश के सीजन में भारत में कौन-कौन सी बीमारियों का खतरा होता है. तो चलिए अब आपको बताते हैं कि बारिश में किन बीमारियों का खतरा होता है और आप किस तरह खुद को इनसे दूर रख सकते हैं.
बारिश में होने वाली मच्छर जनित बीमारियां
राजेंद्र मेडिकल कॉलेज, रांची, झारखंड के न्यूरो एवं स्पाइन सर्जन और फेडरेशन ऑफ रेसिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के नेशनल चीफ एडवाइजर डॉ. विकास कुमारके मुताबिक भारत में बारिश के मौसम में मलेरिया,डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का सबसे ज्यादा खतरा रहता है. इसके अलावा बरसात के सीजन में पानी से संचारित होने वाली टाइफाइड,कोलेरा, लेप्टोस्पिरोसिस,जॉण्डिस, गैस्ट्रों-इंटेस्टाइनल संक्रमण और हेपेटाइटिस ए जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं.