नई दिल्ली:वरिष्ठ नागरिक यात्रियों को आरामदायक रेल यात्रा प्रदान करने के लिए रेलवे ने कोचों में निचली बर्थों के आरक्षण और अलग आरक्षण केंद्र सहित कई सुविधाएं देने की दिशा में कई कदम उठाए हैं.आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2020-21 से 2024-25 के दौरान बीते दिसंबर तक वरिष्ठ नागरिकों सहित सभी आयु वर्ग के लगभग 2357.8 करोड़ यात्रियों ने भारतीय रेलवे में यात्रा की.
इस बारे में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों 45 वर्ष या उससे अधिक आयु की महिला यात्रियों को, भले ही उन्होंने कोई विकल्प न दिया गया हो स्वचालित रूप से निचली बर्थ आवंटित करने का प्रावधान किया है. हालांकि यह बुकिंग के समय स्थान की उपलब्धता के अधीन होता है ताकि उन्हें सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा प्रदान की जा सके.
वैष्णव ने कहा, "वरिष्ठ नागरिकों में 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिला यात्रियों और गर्भवती महिलाओं के लिए स्लीपर श्रेणी में प्रत्येक कोच में छह से सात निचली बर्थ, वातानुकूलित 3 टियर (3एसी) में प्रत्येक कोच में चार से पांच निचली बर्थ और वातानुकूलित 2 टियर (2एसी) श्रेणियों में प्रत्येक कोच में तीन से चार निचली बर्थ (ट्रेन में उस श्रेणी के डिब्बों की संख्या के आधार पर) का संयुक्त आरक्षण कोटा निर्धारित करना, वरिष्ठ नागरिकों, विकलांग व्यक्तियों या गर्भवती महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर ट्रेन में खाली होने वाली निचली बर्थ का आवंटन, रेलवे के उपनगरीय खंडों पर द्वितीय श्रेणी के सामान्य डिब्बे में वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रावधान किया गया है.
रेलवे समाज के सभी वर्गों को सस्ती सेवाएं प्रदान करने का प्रयास करता है और 2022-23 में यात्री टिकटों पर 56,993 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी. वैष्णव ने कहा कि रेलवे में यात्रा करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को औसतन 46 प्रतिशत की रियायत दी जाती है.