लखनऊः इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शुक्रवार को विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से आयोजित 'राष्ट्री संविधान सम्मेलन' में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पहले हिंदुस्तान के लोगों का भविष्य उनके जन्म लेने से पहले ही तय हो जाता था. जन्म से पहले ही ये तय हो जाता था कि उनके पास क्या-क्या अधिकार होंगे. हिंदुस्तान के करोड़ों लोगों ने सैकड़ों साल ऐसे ही जिंदगी गुजारी है. इस कारण न जाने कितने हुनर जाया हुए हैं. राहुल गांधी ने कहा कि 'राजनीति में दो तरह के लोग होते हैं. एक वो जो पूरी जिंदगी सत्ता के पीछे भागते हैं और सच्चाई नहीं देखना चाहते. दूसरे वो जो सच्चाई को देखते हैं और उसे अपनाते हैं. अंबेडकर जी, महात्मा गांधी जी, पेरियार जी, बसवन्ना जी और भगवान बुद्ध ऐसे ही लोग थे. हिंदुस्तान के संविधान में भगवान बुद्ध, महात्मा गांधी, बाबा साहेब, बसवन्ना जी जैसे कई महान लोगों की सोच है. इस सोच के लिए देश के लाखों लोगों ने लड़ाई लड़ी थी. संविधान ने करोड़ों लोगों के लिए रास्ते खोले हैं.
जातीय जनगणना से 90 फीसदी लोगों को संसाधनों में मिलेगी हिस्सेदारी
राहुल गांधी ने कहा कि सत्ता मेरे लिए नशा नहीं है, यह उनके लिए लोगों की मदद करने का माध्यम है. उन्होंने कहा, "कुछ लोग सुबह उठते हैं और सत्ता पाने के लिए जुट जाते हैं. मैं सत्ता के बीच पैदा हुआ हूं, इसलिए मैं सत्ता के लिए नहीं, लोगों के लिए काम करना चाहता हूं. क्योंकि, मेरे लिए यह मदद का माध्यम है. उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से देश के 90 फीसदी लोगों को संसाधनों में हिस्सेदारी मिलेगी. 90 फीसदी लोगों को दबाया नहीं जा सकता. संविधान लोगों को ताकत देता है. संविधान ने हम सभी को अधिकार दिया है.संविधान की रक्षा के लिए हमें लड़ना होगा. उन्होंने कहा, "ईडी-सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है और संविधान पर आक्रमण हो रहा है. जो लोग संविधान खत्म करने की सोच रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि संविधान खत्म नहीं होगा. संविधान बचाने के लिए लोग लड़ते रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे.
पीएम मोदी से डिबेट के लिए तैयार हूं
मैं PM मोदी से कहीं भी डिबेट करने के लिए तैयार हूं,लेकिन मैं PM मोदी को जानता हूं, वो मुझसे डिबेट नहीं करेंगे। नरेंद्र मोदी लोकतंत्र और संविधान की बातें करते हैं. लेकिन CBI-ED के जरिए राजनीति पर आक्रमण- संविधान पर आक्रमण है। सभी संस्थाओं में RSS के लोगों की नियुक्ति- संविधान पर आक्रमण है. बिना जनता से पूछे नोटबंदी करना- संविधान पर आक्रमण है। बिना सेना से पूछे अग्निवीर लागू करना- संविधान पर आक्रमण है। नरेंद्र मोदी 'प्रधानमंत्री' नहीं हैं, वो 'राजा' हैं। उन्हें संविधान, संसद, मंत्रिमंडल से कोई लेना-देना नहीं है. राहुल गांधी ने कहा कि ED ने मुझसे 55 घंटे पूछ-ताछ की थी. मैंने ED के लोगों से कहा- आप गलतफहमी में हैं कि आपने मुझे यहां बुलाया है. सच्चाई ये है कि मैं खुद यहां आया हूं. मैं देखना चाहता हूं कि वे कौन हैं जो हिंदुस्तान में लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं. नरेंद्र मोदी की पूरी रणनीति भाई को भाई से लड़ाने की है. लेकिन इस चुनाव में यह काम ही नहीं कर रहा है. संविधान ने देश के दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, गरीबों को समान अवसर और अधिकार दिए हैं. हम उन अधिकारों की हमेशा रक्षा करेंगे। संविधान को दुनिया की कोई भी ताकत नहीं मिटा सकती.