कानपुर में जनसभा को संबोधित करते राहुल गांधी. (वीडियो क्रेडिट; Etv Bharat) कानपुर: यूपी के कानपुर शहर में आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की संयुक्त सभा थी. इसमें राहुल गांधी ने कहा कि आप सभी को यह बताना चाहता हूं कि अगर देश में इंडी गठबंधन की सरकार बनी तो चीन में जब कोई युवा मोबाइल चला रहा होगा तो उस मोबाइल के पीछे लिखा होगा- मेड इन कानपुर. सांसद राहुल गांधी के इतना कहते ही शहर के चुन्नीगंज स्थित जीआईसी इंटर कालेज मैदान में भीड़ ने शोर मचाना शुरू कर दिया.
मौका था, यहां इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी आलोक मिश्रा के समर्थन में हुई जनसभा का. जिसमें सात साल बाद कानपुर के अंदर अखिलेश यादव व राहुल गांधी एक साथ मंच पर थे. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने अडानी की मदद कर दी तो अडानी ने सारे काम करने शुरू कर दिए.
देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा तो वह चीन जैसे देशों में जाकर रोजगार कर रहे हैं. मोबाइल बना रहे हैं. मगर हम ऐसा नहीं करेंगे. हम युवाओं को उनके शहर में रोजगार देंगे.
हर गरीब परिवार की महिला के खाते में आएंगे एक लाख रुपये: राहुल गांधी ने महिलाओं के मुद्दे पर बोलते हुए कहा, कि पीएम मोदी ही केवल रुपये देना नहीं जानते, हम भी जानते हैं. वह उद्योगपतियों- अडानी, अंबानी को रुपये देते हैं.
मगर, हम देश के गरीब परिवारों की महिलाओं की सूची तैयार करके उनके खातों में 10 नहीं, 20 नहीं, 30 नहीं, 40-50 नहीं, 60-70-80 नहीं, पूरे एक लाख रुपये देंगे. पीएम मोदी अगर अपने उद्योगपति मित्रों की मदद करेंगे तो हम गरीबों की मदद करेंगे.
हमने और मेरे भाई ने तय किया है, कि 2024 में नरेंद्र मोदी पीएम नहीं बनेंगे: राहुल गांधी ने कहा, कि हमने और मेरे भाई अखिलेश यादव ने तय किया है, कि साल 2024 में लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद नरेंद्र मोदी पीएम नहीं बनेंगे. हमने पिछले दो-तीन साल के अंदर ही इंडी गठबंधन की रणनीति बना ली थी.
तपती धूप, शरीर पसीना-पसीना, पर एक झलक पाने को उमड़ी भीड़: कानपुर के चुन्नीगंज स्थित जीआईसी इंटर कालेज वाले मैदान में हुई राहुल गांधी व अखिलेश यादव की संयुक्त जनसभा को लेकर लोगों की भीड़ उमड़ी. इन दोनों राजनीतिक दलों के दिग्गजों की एक झलक पाने के लिए न तो लोगों को तपती धूप परेशान कर सकी, न ही शरीर से बहते पसीने से उन्हें घबराहट हुई. जीआईसी का मैदान चारों ओर से भरा था.
राहुल व अखिलेश यादव के संबोधन के दौरान भी भीड़ के आने का सिलसिला जारी रहा. दोपहर करीब तीन बजे से शुरू हुई जनसभा के दौरान पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने जहां महज 20 मिनट ही अपनी बात रखी, तो अपनी रौ में दिखे सांसद राहुल गांधी के 40 मिनट के भाषण में केवल पीएम मोदी निशाने पर रहे.
ये भी पढ़ेंःराहुल का मोदी पर बड़ा हमला; बोले- 10 साल में पहली बार लिया अडानी-अंबानी का नाम, हार से डर गए