वायनाड: केरल की वायनाड लोकसभा सीट से यूडीएफ उम्मीदवार प्रियंका गांधी ने रविवार को मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वह देश के मुख्य मुद्दों को संबोधित करने के बजाय अपने धनी व्यापारिक सहयोगियों को प्राथमिकता दे रही है.
मनंतवडी में एक सार्वजनिक रैली में बोलते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का प्राथमिक उद्देश्य नागरिकों की समस्याओं को हल करने के बजाय सत्ता में अपनी स्थिति को सुरक्षित रखना है. उन्होंने कहा, "मोदी सरकार लोगों के बीच नफरत, दुश्मनी और डर को बढ़ावा दे रही है." उन्होंने कहा कि भूमि और बंदरगाह, जो जनता के हैं, उद्योगपति मित्रों को हस्तांतरित किए जा रहे हैं. प्रियंका ने तर्क दिया कि केंद्र सरकार जनता की उपेक्षा करते हुए अपने धनी मित्रों का समर्थन करती है.
उन्होंने बढ़ती बेरोजगारी दरों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षित युवाओं के लिए नौकरी पाना तेजी से मुश्किल होता जा रहा है, जबकि परिवार उनकी शिक्षा में निवेश कर रहे हैं. प्रियंका ने कहा, "कीमतों में वृद्धि ने दैनिक जीवन को बहुत चुनौतीपूर्ण बना दिया है."
उन्होंने मनरेगा योजना के लिए फंड में कटौती का भी उल्लेख किया, जिससे लोगों को बहुत लाभ हुआ है. उन्होंने इन मुद्दों को लोकसभा और उससे बाहर उठाने का संकल्प लिया. इन मुद्दों पर राहुल गांधी के संघर्ष को लोकतंत्र और समानता की लड़ाई बताते हुए प्रियंका ने याद किया कि जब उन्हें लोकसभा से अयोग्य घोषित किया गया और उनके आवास से बेदखल किया गया, तो वायनाड के लोग उनके साथ खड़े थे.