देहरादून: उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों की तारीखों का ऐलान हो गया है. 8 जनवरी से 14 फरवरी के बीच में उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन किया जाएगा. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेशनल गेम्स का उद्घाटन करेंगे. 38वें नेशनल गेम्स की तारीखों के ऐलान के साथ ही खेल विभाग भी युद्धस्तर से तैयारियों में जुट गया है. गुरुवार को इस संबंध में खेल विभाग के तमाम आला अधिकारियों ने मिलकर नेशनल गेम्स को लेकर के फाइनल रणनीति बनाने का काम शुरू कर दिया है.
नेशनल गेम्स को लेकर खेल विभाग ने कसी कमर: बुधवार को भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्षता पीटी उषा ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की. इस दौरान नेशनल गेम्स की तारीखों का ऐलान कर दिया है. वहीं 38वें नेशनल गेम्स की तारीखों का ऐलान होते ही खेल विभाग ने भी अपनी कमर कस दी है. जिसका असर आज उत्तराखंड सचिवालय में विशेष खेल सचिव अमित सिन्हा के कार्यालय पर देखने को मिला. विशेष खेल सचिव ने खेल विभाग के डायरेक्टर डिप्टी डायरेक्टर ज्वाइन डायरेक्टर सहित सभी आला अधिकारियों के साथ कई घंटे तक नेशनल गेम्स की फाइनल रणनीति को लेकर के चर्चा की. अब नेशनल गेम्स की फाइनल डेडलाइन सामने होने के चलते उन्होंने हर एक काम पर अब फाइनल टच देने के निर्देश दिए हैं.
38वें नेशनल गेम्स की तैयारियां (ETV BHARAT) नेशनल गेम्स शत फीसदी परमानेंट इंफ्रास्ट्रक्चर पर होगा:ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए विशेष खेल सचिव अमित सिन्हा ने कहा नेशनल गेम्स की डेट अनाउंस के बाद पूरा खेल विभाग बेहद जोश में है. उन्होंने कहा लगभग अवस्थापना विकास के सभी कार्य पूरे हो चुके हैं. अमित कुमार सिन्हा ने बताया यह अपने आप में बेहद बड़ी उपलब्धि है कि उत्तराखंड में होने वाले नेशनल गेम्स के दौरान कोई भी गेम्स टेंपरेरी अरेंजमेंट पर नहीं होंगे. उन्होंने बताया हर गेम के लिए सौ फीसदी स्थाई गेम निर्माण किया गया है. उन्होंने कहा नेशनल गेम से संबंधित किसी भी तरह के स्पोर्ट्स इक्विपमेंट के लिए टेंडर प्रक्रियाएं चल रही है. इसके लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट को ऑनबोर्ड किया गया है. वह सभी तरह की ऑपरेशनल प्रक्रियाओं को पारदर्शी और सुचारू ढंग से निपटने के लिए काम कर रही है.
इस महीने आखिर तक पूरी होगी सिलेक्शन प्रक्रिया:विशेष खेल सचिव अमित सिंह ने कहा नेशनल गेम्स की तारीखों को लेकर के स्थिति स्पष्ट हो चुकी है. अब सबसे पहले खिलाड़ियों के सिलेक्शन की प्रक्रिया चल रही है. इस महीने के आखिर तक नेशनल गेम से पहले लगने वाले कैंपस या फिर खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया को लेकर के स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. हर हाल में इस महीने के आखिर या फिर अगले महीने की शुरुआत तक खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया और कैंप इत्यादि की प्रक्रिया को पूरा कर दिया जाएगा. खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि सोमवार को ओलंपिक एसोसिएशन के साथ विभाग की बैठक होनी है. इसी तरह से अन्य खेल फेडरेशन के साथ भी लगातार विभाग बैठक कर रहा है. जिसके बाद जल्द ही खिलाड़ियों के चयन प्रक्रिया पर कार्रवाई शुरू होगी.
नहीं बनेगा खेल गांव, ऐसे होगी शिफ्ट में व्यवस्था:उत्तराखंड में प्रस्तावित आगामी नेशनल गेम्स में व्यवस्थाओं को लेकर के पूछे सवालों में सबसे ज्यादा सवाल व्यवस्थाओं और अकोमोडेशन को लेकर के किया जा रहे हैं. पिछले तमाम राष्ट्रीय खेलों को देखते हुए कहा जा सकता है कि नेशनल गेम्स के दौरान तकरीबन 10 से 12 हजार लोग नेशनल गेम्स के दौरान एक जगह पर जुटते हैं. 10 से 12 हजार लोगों के रुकने की व्यवस्था और उनको लेकर के अन्य तमाम तरह की व्यवस्था किस तरह से की जाएगी इस पर विशेष खेल सचिव ने कहा उत्तराखंड में प्रस्तावित गेम चार अलग-अलग शहरों में होने हैं. नेशनल गेम्स के को दो भागों में बांटा जाता है. 14 दिन तक चलने वाले नेशनल गेम्स के दौरान पहले 7 दिन जो गेम्स होते हैं वह वेन्यू पर पहुंचते हैं. दूसरी शिफ्ट में अगले 7 दिनों में होने वाले गेम्स से संबंधित लोग वेन्यू पर पहुंचते हैं.
विशेष खेल सचिव अमित सिन्हा के अनुसार खेल गांव का कॉन्सेप्ट अब समाप्त हो चुका है. सभी खिलाड़ियों और नेशनल गेम से जुड़े लोगों को होटल इत्यादि में रुकवाया जाएगा. उन्होंने कहा चार अलग-अलग शहरों में होने वाले नेशनल गेम्स में अलग-अलग शिफ्ट में गेम्स होने हैं. इस पूरी व्यवस्था के प्रबंधन के लिए उनके द्वारा प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट को ऑनबोर्ड किया गया है. ये यूनिट सभी तैयारियां को चरणबद्ध तरीके से पूरी रणनीति बनाकर तैयार कर रही है.
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