पटना :पहले बोले- 'अररिया में रहना है तो हिन्दू बनना होगा', अब बोल रहे हैं- 'मेरे कहने का मतलब हिन्दू को एकजुट रहने का था'. जी हां, हम बात कर रहे हैं बिहार के अररिया से बीजेपी सांसद प्रदीप सिंह की.
प्रदीप सिंह के बयान पर बवाल :दरअसल, गिरिराज सिंह अपने स्वाभिमान यात्रा के तहत अररिया पहुंचे थे. इस दौरान अररिया में एक जनसभा के दौरान स्थानीय बीजेपी सांसद प्रदीप सिंह ने जो बयान दिया उसको लेकर राजनीति शुरू हो गई. आइये आपको बताते हैं, प्रदीप सिंह ने आखिर क्या कहा था.
प्रदीप सिंह के बयान पर बवाल. (ETV Bharat)
''खुद को हिन्दू बोलने में भला कैसी शर्म? हम तो कहते हैं, अगर अररिया में रहना है तो हिन्दू बनना होगा. जब बेटा-बेटी की शादी करनी हो तब जात-पात खोज लीजिए. जब हिन्दुओं की एकजुटता की बात हो तब पहले हिन्दू बनिए बाद में जाति को ढूंढिए.''- प्रदीप सिंह, बीजेपी सांसद
लालू-तेजस्वी हुए मुखर : इधर, प्रदीप सिंह का बयान आया उधर विपक्ष आग-बबूला हो उठा. तेजस्वी से लेकर लालू यादव सरकार पर वार करने लगे. बीजेपी के साथ-साथ नीतीश कुमार पर भी आक्रमण किया गया. गिरिराज सिंह को भी आड़े हाथों लिया गया.
''गिरिराज की तो आदत है. वह इसी तरह की बात बोलते रहते हैं. हमेशा केवल हिंदू-मुस्लिम की बातें करते रहते हैं लेकिन हमलोग कभी उनको अपने मंसूबे में कामयाब होने नहीं देंगे. हम लोगों के रहते कोई दंगा-फसाद कैसे करा देगा?''-लालू प्रसाद यादव, आरजेडी सुप्रीमो
''कोई भी अल्पसंख्यक भाइयों को बुरी नजर से देखने का प्रयास करेगा तो राष्ट्रीय जनता दल और तेजस्वी यादव चुप नहीं बैठेगा, ऐसे लोगों की हम ईंट से ईंट बजा देंगे. अगर बिहार में कुछ हुआ तो उसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिम्मेदार होंगे.''- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, बिहार विधानसभा
'दूसरे लोग चूड़ी पहनकर बैठे हुए हैं..' : तेजस्वी यादव के बयान पर केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने करारा प्रहार किया है. उन्होंने कहा कि, ''तेजस्वी यादव ईंट से ईंट बजा देंगे, जैसे दूसरे लोग चूड़ी पहनकर बैठे हुए हैं. लालू यादव पुत्र मोह में मजार पर आप जाइए, हिन्दुओं को गाली दीजिए, उन्हें मरवा दीजिए. आप दंगा करना चाहते हैं, पर याद रखिए ये नीतीश कुमार का राज है, जंगलराज नहीं.''
JDU ने भी तरेरी आंख :वहीं एनडीए के सहयोगी दल जेडीयू ने भी प्रदीप सिंह के बयान को गलत करार दिया है. पार्टी के एमएलसी गुलाम गौस ने कहा कि,''जो लोग इस तरह का बयान देते हैं, वह देश की एकता और अखंडता से खिलवाड़ करते हैं. यह सिर्फ चुनावी रणनीति है, ऐसे उत्तेजना फैलाने वाले बयानों से परहेज करना चाहिए.''
बयान पर सफाई :हालांकि विरोध के बाद सांसद प्रदीप सिंह ने अपने बयान से यू टर्न ले लिया है. उन्होंने अपनी बातों पर सफाई देते हुए बोले, ''मैंने कहा कि अगर अररिया में रहना है तो हिन्दू को एक होना पड़ेगा, हिन्दू बनकर रहना पड़ेगा. ना कि किसी मुसलमान के विरोध में मैंने बात की. हिन्दू, मुसलमान, सिख, ईसाई सभी को अपने-अपने धर्म का प्रचार करने का पूर्ण अधिकार है. मेरा तो मंत्र है, सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास.''
बिहार में हिन्दू-मुस्लिम वाली राजनीति ? :कुल मिलाकर देखें तो सियासी बयार में मयान से तलवार खिंच चुकी है. अब ऐसे में किसको फायदा होता है और किसे नुकसान यह तो वक्त बताएगा. पर इतना तो साफ है कि बिहार में 2025 विधानसभा चुनाव को लेकर हिन्दू-मुस्लिम वाली राजनीति तो शुरू हो गई है.