शिमला:हिमाचल प्रदेश में सियासी जंग थमने का नाम नहीं ले रहा है. पहले हिमाचल राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस बागी विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग, फिर कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह का इस्तीफा, इसके बाद विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने 6 बागी कांग्रेस विधायकों को अयोग्य घोषित किया और अब सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और धर्मशाला विधायक सुधीर शर्मा के समर्थकों के बीच हुई झड़प ने कांग्रेस के अंदर कलह को सड़क पर ला दिया है.
सुधीर शर्मा स्पीकर के आदेश को देंगे चुनौती:हिमाचल प्रदेश में सियासी संकट खड़ा करने वाले 6 बागी कांग्रेस विधायकों को स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने अयोग्य घोषित कर दिया है. इसके बावजूद बागी विधायकों के रुख नरम पड़ते नहीं दिखाई दे रहे हैं. धर्मशाला विधायक सुधीर शर्मा ने स्पीकर के आदेश के खिलाफ अदालत जाने की बात कही है. सुधीर शर्मा ने कहा, "स्पीकर के इस फैसले को वे कोर्ट में चुनौती देंगे. बुधवार को वे सदन में मौजूद थे, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष खुद डेढ़ घंटे तक सदन में नहीं पहुंचे. उनकी हस्ताक्षर की हुई हाजिरी भी मौजूद है. उन्हें विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से कोई नोटिस नहीं मिला है. सरकार अल्पमत में है. वे डरकर राजनीति नहीं करते हैं. इस सरकार का जाना तय है".
इंद्रदत्त लखनपाल ने पार्टी के खिलाफ खोला मोर्चा: वहीं, बागी विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने कांग्रेस के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक बड़ा सा पोस्ट लिया और कांग्रेस पार्टी पर अपनी अनदेखी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "मैंने 42 सालों तक कांग्रेस पार्टी की सेवा की, लेकिन हर बार मुझे प्रताड़ित किया गया. ठीक है, मेरा सम्मान भी मत करिये, लेकिन जो कार्यकर्ता 5 साल लाठी खाकर काम करते रहे, उनके साथ क्या व्यवहार हुआ? ये भी सबने देखा. मैंने कई खून के घूंट पिए हैं".