बेंगलुरु:2A रिजर्वेश की मांग कर रहे पंचमसाली समुदाय के प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज ने कर्नाटक में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की है और कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है. यह घटना सुवर्ण सौधा के पास हुई, जहां पंचमसाली लिंगायत समुदाय के सदस्य 2A आरक्षण श्रेणी में शामिल होने की अपनी लंबे समय से चली आ रही मांग को लेकर रैली कर रहे थे.
भाजपा ने अपने विधायकों और प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र के नेतृत्व में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर असंतोष को दबाने के लिए बल प्रयोग करने का आरोप लगाया. प्रदर्शनकारी सुवर्ण सौधा के पास डॉ बीआर आंबेडकर की प्रतिमा के पास एकत्र हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शकारियों ने आरोप लगाया कि यह घटना लोकतंत्र विरोधी और लिंगायत विरोधी है. भाजपा नेताओं ने सीएम सिद्धारमैया से माफी मांगने और लाठीचार्ज में शामिल पुलिस के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की.
भाजपा ने प्रदर्शन से निपटने के सरकार के तरीके की आलोचना की
मीडिया को संबोधित करते हुए बी वाई विजयेंद्र ने कहा, "शांतिपूर्ण पंचमसाली प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज मुख्यमंत्री के समर्थन से किया गया था. इस सरकार ने लोकतंत्र और लिंगायत समुदाय के प्रति घोर उपेक्षा दिखाई है. स्वामीजी से बातचीत करने और मामले को विनम्रता से सुलझाने के बजाय, मुख्यमंत्री के अहंकार ने तनाव को बढ़ा दिया है. पुलिस की कार्रवाई एक अक्षम्य अपराध था और हम बिना शर्त माफी और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं."
विपक्ष के नेता आर अशोक ने विजयेंद्र की भावना को दोहराते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार फूट डालो और राज करो की नीति पर चल रही है. उन्होंने कहा, "जब इस तरह की हिंसक घटनाएं होती हैं, तो मुख्यमंत्री की करुणा और निष्पक्षता की पिछली बयानबाजी खोखली लगती है. इस पूर्व नियोजित पुलिस बर्बरता के पीछे की सच्चाई को उजागर करने के लिए न्यायिक जांच आवश्यक है."