ऋषिकेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तराखंड के ऋषिकेश में दूसरी चुनावी रैली को संबोधित किया. पीएम के मंच पर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के मांगलिक कार्यों के बजाए जाने वाले प्रसिद्ध वाद्ययंत्र हुड़का भेंट देकर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया. पीएम ने स्वयं हुड़का बजाकर उपहार स्वीकार किया.
पीएम मोदी ने गढ़वाली बोली में शुरू किया संबोधन:पीएम ने गढ़वाली बोली में पहाड़ की जनता को संबोधित करते हुए कहा- 'सबी दाणा सयाणू दीदी, भुली, चाचा, बड़ियों तैं मेरू प्रणाम.' पीएम ने कहा कि आज वो हिमालय की गोद में बाबा बदरी विशाल और बाबा केदार के चरणों में हैं और यहां भी वो लहर महसूस कर रहे हैं जो देश के अन्य हिस्सों में है.
पीएम ने स्थिर सरकार की खूबियां गिनाईं: अपने संबोधन में पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार की खूबियां गिनाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश के लोगों ने पूर्ण बहुमत वाली सरकार का काम देखा है. आज देश में ऐसी सरकार है जिसने बीते 10 वर्षों में भारत को पहले से मुकाबले कई गुना मजबूत कर दिया है. इसी मजबूत सरकार ने सात दशक बाद जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म करने का साहस लिया, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया, महिलाओं को लोकसभा और विधानसभाओं में आरक्षण दिया, साथ ही सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10% आरक्षण दिया.
तिरंगा युद्ध क्षेत्र में सुरक्षा की गारंटी: वहीं, कांग्रेस को कमजोर सरकार बताते हुए पीएम ने कहा कि, जब-जब देश में कमजोर और अस्थिर सरकार आई है तब-तब दुश्मनों ने फायदा उठाया है. तब भारत में आतंकवाद ने पैर पसारे हैं. आज भारत में मोदी की मजबूत सरकार है इसलिए आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा जाता है और इसलिए भारत का तिरंगा युद्ध क्षेत्र में भी सुरक्षा के गारंटी बन जाता है.
वन रैंक वन पेंशन और सैनिकों पर ये कहा: पीएम ने कहा कि, अगर कांग्रेस की सरकार होती तो वन रैंक-वन पेंशन कभी भी लागू नहीं होता. हमने यह गारंटी दी थी और इसे पूरा करके दिखाया. कांग्रेस कहती थी कि वन रैंक-वन पेंशन लागू करके हम पूर्व सैनिकों को 500 करोड़ रुपए देंगे, लेकिन मोदी ने वन रैंक-वन पेंशन लागू करके एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा पूर्व सैनिकों के बैंक खाते में पहुंचा दिए हैं. उत्तराखंड में भी साढ़े 3 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा सैनिक परिवारों को मिले हैं. पीएम ने कहा कि, कांग्रेस के समय में तो सैनिकों के पास बुलेटप्रूफ जैकेट तक की कमी रहती थी. जवानों को दुश्मन की गोली से बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं थे लेकिन भाजपा सरकार ने अपने सैनिकों को भारत में बनी बुलेटप्रूफ जैकेट दी, उनके जीवन की रक्षा की. आज देश में ही आधुनिक रायफल से लेकर लड़ाकू विमान और विमानवाहक पोत बन रहे हैं.
पूरी दुनिया में योग की धूम: पीएम ने संबोधन में कहा कि, हमारी सरकार उत्तराखंड के सामर्थ्य का लगातार विस्तार करने में जुटी है और इसमें बहुत बड़ी भूमिका पर्यटन, यात्रा और यात्रा धामों की है. ऋषिकेश तो आसपास के कई राज्यों के लिए पर्यटन का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र है. एक जमाना था जब योग की पूरी दुनिया में धूम नहीं थी तब भी दुनिया के कई देशों के लोग जिज्ञासावश योग के लिए यहां ऋषिकेश आया करते थे.
पीएम ने सुनाई कहानी: प्रधानमंत्री ने कहा कि, 'मुझे याद है पुरानी घटना है, मैं एक बार यूएस गया था. काफी इंटीरियर इलाके में गया था. वहां मैं वेजीटेरियन खाना तलाश रहा था, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिल रहा था. इतने में एक छोटी सी दुकान में एक अमेरिकन नागरिक दिखा. उसके गले में तीन-चार रुद्राक्ष की मालाएं पहनी थीं. मैं उसके पास चला गया. उसने भी नमस्ते कर मेरा स्वागत किया. फिर मैंने उसको अपनी कठिनाई बताई. उसने बताया कि वो वेजिटेरियन है और उनके लिए कुछ प्रबंध करता है. फिर उसने कुछ वेजीटेरियन बनाकर खिलाया. जब मैंने उससे यह पूछा कि आपने सब कहां से सीखा तो उसने बताया कि वो बहुत सालों से ऋषिकेश आता-जाता रहता है, उसी के कारण उसकी जिंदगी में बदलाव आया. यह ताकत है ऋषिकेश की इस भूमि की.'
कांग्रेस के अंतिम गांव हमारे प्रथम गांव: राफ्टिंग-कैंपिंग या फिर आध्यात्म और योग में रुचि रखने वाले लोगों के लिए ऋषिकेश आकर आनंद से भर जाते हैं. भाजपा सरकार उत्तराखंड के पर्यटन को बढ़ावा देकर रोजगार के नए अवसर पैदा कर रही है. इसके लिए हमारा फोकस इस बात पर है कि देश के किसी भी हिस्से से पर्यटकों के लिए उत्तराखंड के कोने-कोने तक पहुंचाना आसान होना चाहिए. इसलिए हम देवभूमि में रोडवेज, रेलवे और एयरवेज की लगातार सुविधा बढ़ाते जा रहे हैं. यहां ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर तेजी से काम चल रहा है और दिल्ली से देहरादून की दूरी भी सिमट रही है. यहां तक कि उत्तराखंड के सीमावर्ती गांवों को देश का प्रथम गांव मानकर उनका विकास किया जा रहा है, जिन गांवों को कांग्रेस अंतिम गांव कहती थी.
बीजेपी की नीयत सही: मानसखंड के तीर्थस्थानों जैसे आदि कैलाश और ओम पर्वत दर्शन के लिए हेलीकाप्टर सेवाएं शुरू हो गई हैं. यमुनोत्री, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में रोपवे बनने से बहुत सुविधाएं हो जाएंगी. सड़क के रास्ते जो दूरी तय करने में कई घंटे लगते थे उसे कुछ ही समय में पूरा कर लिया जाएगा. चारधाम परियोजना के तहत केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री को लगभग 900 किलोमीटर लंबे हाईवे से जोड़ा जा रहा है. इन सब प्रयासों से श्रद्धालुओं को उत्तराखंड पहुंचने में काफी आसानी हो जाएगी. यह इसलिए हो रहा है क्योंकि भाजपा की नीयत सही है और जब नीयत सही होती है तो नतीजे भी सही मिलते हैं.