नई दिल्ली: श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने आज पीएम मोदी से औपचारिक मुलाकात की. यह मुलाकत हैदराबाद हाउस में हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का गर्मजोशी से स्वागत किया. बता दें, राष्ट्रपति दिसानायके 15 से 17 दिसंबर तीन दिनों की भारत यात्रा पर हैं. आज सुबह राष्ट्रपति भवन में उनका विधिवत तरीके से स्वागत किया गया. उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया.
श्रीलंकाई राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने संयुक्त वार्ता में कहा कि हम मछुआरों के मुद्दे का एक टिकाऊ और स्थायी समाधान भी ढूंढना चाहते हैं, जो हमारे दोनों देशों के लिए एक महामारी बन गया है. उस क्षेत्र में मछुआरों द्वारा बॉटम ट्रॉलिंग प्रणाली अपनाई जा रही है और इसे समाप्त करने की आवश्यकता है, क्योंकि इससे इस उद्योग का विनाश हो जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि भारत ने सार्वजनिक सेवाओं को डिजिटल बनाने में जबरदस्त सफलता हासिल की है. इसी तरह, श्रीलंका भी उसी राह पर आगे बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे इस प्रयास में समर्थन का आश्वासन दिया.
वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि जब भारत में पाली भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया, तो श्रीलंका में भी इसका जश्न मनाया गया. फेरी सेवा और चेन्नई-जाफना फ्लाइट कनेक्टिविटी ने पर्यटन को बढ़ावा दिया है और हमारे सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत किया है. हमने तय किया है कि नागपट्टिनम और कांकेसंथुराई फेरी सेवाओं की सफल शुरुआत के बाद अब भारत में रामेश्वरम और तलाईमन्नार के बीच फेरी सेवा शुरू की जाएगी. श्रीलंका के बौद्ध सर्किट और रामायण ट्रेल के माध्यम से पर्यटन की अपार संभावनाओं को साकार करने के लिए भी काम किया जाएगा. हमने मछुआरों की आजीविका से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की. हम इस बात पर सहमत हुए कि हमें इस मामले में मानवीय दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ना चाहिए. हमने श्रीलंका में निर्माण और सुलह के बारे में भी बात की. राष्ट्रपति दिसानायके ने मुझे अपने समावेशी दृष्टिकोण के बारे में बताया. हमें उम्मीद है कि श्रीलंका सरकार तमिलों की आकांक्षाओं को पूरा करेगी और श्रीलंका के संविधान के पूर्ण कार्यान्वयन और प्रांतीय परिषद के चुनाव कराने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करेगी. मैंने राष्ट्रपति दिसानायके को आश्वासन दिया है कि भारत कई मायनों में श्रीलंका के विकास के उनके प्रयासों में एक विश्वसनीय और भरोसेमंद भागीदार बना रहेगा.
सितंबर में पदभार ग्रहण करने के बाद दिसानायके की यह पहली द्विपक्षीय भारत यात्रा है. इससे पहले रविवार को दिल्ली में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल मुरुगन ने श्रीलंका के राष्ट्रपति का स्वागत किया. इससे पहले श्रीलंका के राष्ट्रपति ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल मुरुगन भी मौजूद थे.